Covid-19 Vaccination in Bastar: बस्तर में सीमित संसाधन होने के बावजूद स्वास्थ्य कर्मचारियों ने मिशन को पूरा किया है. कोविड महामारी से बचाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों ने पैदल तीन नदियों और दुर्गम रास्ते को पारकर लोगों को वैक्सीन लगाई. करीब 3 गांवों के 150 से अधिक ग्रामीणों का टीकाकरण पूरा कर स्वास्थ्य कर्मी वापस आ गए. अब टीकाकरण अभियान के टारगेट को पूरा करनेवाले स्वास्थ्य कर्मचारियों की बस्तर संभाग में जमकर तारीफ हो रही है. बीजापुर जिले के घोर नक्सल प्रभावित और पहुंच विहीन गांवों में रहने वाले ग्रामीणों का स्वास्थ्य विभाग की टीम टीकाकरण पूरा करने में लगी हुई है. स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच विहीन इलाकों तक पहाड़, नदी, नाले पारकर पहुंच रही. टीम को पगडंडियों से होकर करीब 50 किलोमीटर तक का सफर करना पड़ता है.


दुर्गम रास्ते, 50 किलोमीटर दूरी तय कर टीकाकरण


नक्सल प्रभावित गांवों के रास्ते में तीन नदियां पड़ती हैं. मारुड़बाका उपस्वास्थ्य केंद्र के तहत आने वाले 3 गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीम को पहुंचना था. टीम ने कई किलोमीटर पैदल चलकर 3 नदियों को पार किया.  वापसी में अचानक हुई बारिश के कारण तीन नदियों का जलस्तर बढ़ गया और पानी सीने तक पहुंच गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम लबालब नदियों को ग्रामीणों की सहायता से पैदल चलकर पार करते हुए वापस पहुंची. बताया जाता है कि मारुड़बाका उपस्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 9 गांव नदी के दूसरी तरफ हैं और अतिसंवेदनशील इलाके में आते हैं. सभी गांव की दूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से 40 से 50 किलोमीटर की है. 2 गांव करीब 60 से 70 किलोमीटर की दूरी पर हैं.


Last Cheetah of India: देश के आखिरी 3 चीतों का शिकार किसने किया? जानिए-क्या थी मार गिराने की वजह


टीकाकरण के लिए तीन नदियों को पारकर गांव लिंगापुर, नेलाकांकेर और मारुड़बाका स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची. टीम में ज्योति सिदार, नागमणि चिलमूल, रमेश गड्ढेम और शिक्षक आनंद राव यालम शामिल थे. गांव में ग्रामीणों का टीकाकरण करने के बाद वापस लौटते समय टीम को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. नदी का जलस्तर कम नहीं होने से टीम ने मवेशी चरा रहे लोगों के जरिए गांव में खबर भिजवाई. सहायता के लिए पहुंचे ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को सुरक्षित नदी पार करवाया. कोंगावागु नदी पार करने के बाद टीम को आगे दो और नदियों इलका और रालावागु को भी पैदल पार करना पड़ा. तीनों नदियों को पारकर स्वास्थ विभाग की टीम पहाड़ और दुर्गम रास्ते से पैदल चलकर रात करीब 9 बजे गलगम गांव पहुंची.


कोविड का टीका लगानेवाली टीम की हो रही तारीफ


गलगम गांव पहुंची टीम ने मोबाइल नेटवर्क मिलने पर सेक्टर प्रभारी से संपर्क किया और एंबुलेंस भेजे जाने के बाद टीम देर रात 12: बजे उसूर ब्लॉक पहुंची. जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए विभाग जी तोड़ मेहनत कर रहा है. फील्ड में तैनात स्वास्थ्य कर्मचारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. नक्सल भय के साथ सड़क और पुल पुलिया नहीं होने से उफनते नदी नाले पार कर टीम गांव गांव तक पहुंच रही है और ग्रामीणों को वैक्सीन लगाकर टीकाकरण अभियान के टारगेट को पूरा कर रही है. घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र कहे जाने वाले करीब 3 गांवों में 100 से अधिक ग्रामीणों को कोविड का टीका लगानेवाली 4 सदस्यीय टीम की बहादुरी, जोश और जज्बे की जमकर सराहना हो रही है.


Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में लोगों को झटका, बिजली के दामों में हुई बढ़ोतरी, BJP ने साधा निशाना