Chhattisgarh News: बीजापुर में नक्सल मोर्चे पर तैनात आईटीबीपी (ITBP) और सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों ने कमाल कर दिखाया है. उन्होंने मानसून से पहले चिंतावागु नदी पर रोप-वे तैयार कर लिया. मानसून के दौरान बरसात से ग्रामीणों को हर साल परेशानी होती है. चार महीने तक नदी के पार गांव शहरी क्षेत्र से कटे रहते हैं. आपातकालीन सेवा के लिए जवानों ने तकनीक की मदद से रोप-वे तैयार किया.
जवानों को रोप-वे तैयार करने में महज 33 दिन लगे. रोप-वे में अधिकतम 3 लोगों को आसानी से नदी पार कराया जा सकता है. नक्सल ऑपरेशन में तैनात जवान रोप-वे की मदद से उफनती नदी को पार कर सकेंगे. पहली बार रोप-पे की सुविधा मिलने पर ग्रामीणों ने जवानों का धन्यवाद किया है.
चिंतावागु नदी पर रोप-वे किया तैयार
नक्सलवाद का दंश झेल रहे बस्तर में आज भी सैकड़ों गांवों तक मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंच पाई है. खासकर इंद्रावती नदी तट से लगे गांव में नक्सली दहशत के कारण पुल- पुलियों का निर्माण नहीं हो सका है. इंद्रावती के अलावा सहायक नदियों में भी नक्सलियों ने प्रशासन को कभी पुल बनाने नहीं दिया. पिछले कुछ वर्षों से जरूर बस्तर पुलिस और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से अंदरूनी गांवों में पुल का निर्माण करवा रहा है.
चिंतावागु नदी पर पुल का निर्माण होने में कुछ महीने और लग सकते हैं. ऐसे में सीआरपीएफ और आईटीबीपी के जवानों ने ग्रामीणों की परेशानी का हल निकाला है. आईटीबीपी के 25 इंजीनियर जवानों ने सीआरपीएफ 151वीं बटालियन की मदद से धर्मावरम कैम्प और चिंतावागु नदी पर रोप-वे बनाने की ठानी. रोप-वे का कई बार ट्रायल कर लिया गया है. अब रोप-वे में आसानी से तीन लोग बैठकर उफनती चिंतावागु नदी को पार कर सकेंगे. आपातकालीन स्थिति में भी रोप-वे काफी मददगार साबित होगी.
मानसून के दौरान मिलेगी बड़ी राहत
एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि पामेड़ के चिंतावागु नदी पर पुल निर्माण का काम तेज गति से चल रहा है. 8 पिलर का पुल करीब 20 मीटर चौड़ा है. उन्होंने कहा कि मानसून तक पुल तकनीकी खामियों की वजह से तैयार नहीं हो सका है. उम्मीद है कि आने वाले कुछ महीनो में पुल बनकर तैयार हो जायेगा. ग्रामीणों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सीआरपीएफ और आईटीबीपी के जवानों ने चिंतावागु नदी पर 100 मीटर का रोप-वे तैयार किया है.
ग्रामीणों ने जवानों का किया धन्यवाद
ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में पुल के बन जाने से बारिश में बड़ी राहत मिलेगी. रोप-वे बनाने के काम में आईटीबीपी और सीआरपीएफ जवानों ने दिन रात एक किया है. चिंतावागु नदी के ऊपर करीब 100 मीटर लंबे रोप-वे का संचालन जवान करेंगे. बता दें कि बरसात में उसूर ब्लॉक के धर्मावरम, पेद्दा धर्मावरम, सापेड़, जीड़पल्ली, रावतपारा, गादीगुड़ा, भाटीगुड़ा, कंचाल, कुंवरगट्टा समेत कई गांवों का संपर्क आपस में टूट जाता था. ऐसे में अब इन इलाके के लोगों को रोप-वे का फायदा मिलेगा. तेज बारिश में भी ग्रामीण उफनती नदी को पार कर सकेंगे.जवानों के सराहनीय कार्य की जमकर तारीफ हो रही है.
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