बीजापुर में पत्रकार मर्डर केस में ठेकेदार के खिलाफ बुलडोजर एक्शन, 3 आरोपी गिरफ्तार
Bijapur Journalist Murder News: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मर्डर केस में आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के यार्ड में प्रशासन की टीम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की.
Bijapur Journalist Murder Case: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर मर्डर केस में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर एक्शन हुआ है. शहर से लगे पुलिस लाइन के सामने बने सुरेश चंद्राकर के यार्ड में प्रशासन की टीम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की. बताया जा रहा है कि सालों से ठेकेदार ने फॉरेस्ट की जमीन पर कब्जा कर अवैध निर्माण कर लिया था.
पूरे यार्ड में 21 सीसीटीवी कैमरे लगाए हुए थे, जिसमें 16 सीसीटीवी कैमरे जब्त किये गए हैं. पहले बिजली काटी गई, उसके बाद कार्रवाई की गई. RTO विभाग भी मौके पर मौजूद है. यार्ड में खड़ी सभी गाड़ियों के पेपर की जांच की जा रही है. कई गाड़ियों को जब्त किया जाएगा. राजस्व विभाग के अफसर भी जमीन को पूरी तरह से नजूल बता रहे हैं.
सुरेश चंद्राकर इस हत्याकांड का मुख्य सरगना- डिप्टी सीएम
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बीजापुर में पत्रकार की हत्या को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ''इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. सुरेश चंद्राकर इस हत्या का मुख्य सरगना है. एसआईटी टीम की घोषणा हो गई है. कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर के बैंक खाते सीज किये जा रहे हैं. बैंक खाते को होल्ड किया गया है. उसके अवैध निर्माण पर कारवाई हो रही है. सुरेश चंद्राकर की गिरफ्तारी के लिए 4 टीमें गठित की गई हैं.''
सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ था पत्रकार का शव
बीजापुर शहर में एक स्थानीय ठेकेदार के परिसर में बने सेप्टिक टैंक में शुक्रवार को 33 वर्षीय मुकेश चंद्राकर का शव बरामद किया गया था. मुकेश एक जनवरी की रात से लापता थे. स्थानीय पत्रकारों की ओर से दबाव बनाए जाने के बाद पुलिस ने ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के यार्ड में दबिश दी थी.
हत्या के बाद सेप्टिक टैंक में फेंका था शव
आरोप है कि ठेकेदार सुरेश चंद्राकरके भाई रितेश चंद्राकर ने नए साल में 1 जनवरी को साजिश के तहत पत्रकार मुकेश चंद्राकर को अपने साथ यार्ड में ले गया. इसके बाद वहां मौजूद दूसरे लोगों के साथ मिलकर पत्रकार के सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया. बताया गया कि अन्य धारदार हथियार से भी हमला कर उसकी हत्या कर दी और फिर शव को सेप्टिक टैंक में फेंक दिया.
इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ के पत्रकारों में काफी रोष देखा जा रहा है. प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय समेत कई अन्य नेताओं ने इस घटना को लेकर दुख जताया है.
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