पहले ही कर ली थी पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की साजिश, पूछताछ में हुआ खुलासा
Mukesh Chandrakar Murder Case: पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामले ने तूल पकड़ लिया है. आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. लोग आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं.
Bijapur Journalist Murder Case: बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड के आरोपी पकड़े गए हैं. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि सड़क की खबर दिखाए जाने से चंद्राकर ब्रदर्स के काम में बाधा पड़ रही थी. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि 1 जनवरी को मुकेश चंद्राकर के सिर, छाती, पेट और पीठ पर लोहे की रॉड से हमलावरों ने वार किया था. हमले में मुकेश चंद्राकर की घटनास्थल पर मौत हो गई. आरोपियों ने शव को सेप्टिक टैंक में डालकर स्लैब के ढक्कन से बंद कर दिया. पुलिस ने जेसीबी से सेप्टिक टैंक तोड़कर पत्रकार का शव बरामद किया.
आरोपियों की मंशा शव को ठिकाने लगाने की थी. उन्होंने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए 11 सदस्यीय टीम का गठन किया गया था. मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और पुलिस महानिदेशक ने आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द न्यायालय में चार्जशीट पेश करने का आदेश दिया है. स्थानीय पत्रकारों के साथ-साथ बीजापुर वासियों ने भी हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की है. पत्रकार हत्याकांड के मुख्य आरोपी रितेश चंद्राकर की गिरफ्तारी दिल्ली से हुई. अन्य दो आरोपी दिनेश चंद्राकर और सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके बीजापुर से पकड़े गये.
आरोपियों से पूछताछ के बाद पत्रकार हत्याकांड का खुलासा
हत्या से पहले मुकेश चंद्राकर को सुरेश चंद्राकर के बाड़ा में बुला गया था. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बीएनएसस की अलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. आरोपियों की पतासाजी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही थी. बीजापुर पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है. मुकेश चंद्राकर के भाई युकेश चंद्राकर की मांग है कि आरोपियों को फांसी दी जाए. पत्रकार हत्याकांड ने राज्य में तूल पकड़ लिया है. स्थानीय लोगों ने भी गहरी नाराजगी जताई है. आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग तेज हो गई है. बस्तर आईजी के मुताबिक सुनियोजित तरीके से मुकेश चंद्राकर की हत्या की गई है.
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