Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बीजापुर (Bijapur) जिले में इन दिनों मलेरिया ने जमकर कहर बरपा रखा है. जिले के सरकारी आश्रमों और पोटाकेबिन में बच्चों को मलेरिया हो रहा है. यहां बीते तीन दिनों में दो छात्राओं की मलेरिया से मौत हो गई है, जबकि 190 बच्चों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है. वहीं बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों के मलेरिया पॉजीटिव होने के बाद स्वास्थ विभाग और शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है.


अधिकारियों ने दावा किया है कि मलेरिया पॉजिटिव बच्चों का खास ख्याल रखा जा रहा है. इसके अलावा बीजापुर जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी मलेरिया से निपटने के लिए हर बेहतर इंतजाम करने का दावा कर रहे हैं. साथ ही सभी सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों में इन बच्चों के इलाज के लिए पूरी व्यवस्था होने की बात कही. फिलहाल, बीते तीन दिनों में दो छात्राओं की मौत से बच्चों के परिजनों में डर का माहौल बना हुआ है.


दो छात्राओं की मलेरिया से मौत
शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक जिन छात्राओं की मौत हुई है. इनमें एक भोपालपटनम इलाके के संगमपल्ली पोटाकेबिन में पढ़ने वाली तीसरी कक्षा की छात्रा वेदिका जव्वा है. जबकि दूसरी छात्रा तारलागुड़ा पोटाकेबिन की सेकेंड क्लास में पढ़ने वाली दीक्षिता रेगा है. दोनों ही छात्राओं की तीन दिन के भीतर मलेरिया से मौत हो गई. 


वहीं बताया जा रहा है कि 20 से ज्यादा छात्राएं अस्पताल में भर्ती हैं, जिनका इलाज जारी है. संगमपल्ली पोटाकेबिन की टीचर से मिली जानकारी के मुताबिक दो दिन पहले वेदिका की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी. इसके बाद टीचर ने वेदिका को बीजापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन वेदिका ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. 


वहीं दूसरी बच्ची तारलागुड़ा पोटाकेबिन में दूसरी कक्षा की छात्रा थी, इस बच्ची की भी रिपोर्ट मलेरिया पॉजिटिव आई. इसके बाद घर वालों ने बच्ची को बीजापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया. वहीं तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर बच्ची को जगदलपुर के डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया, लेकिन यहां इलाज के दौरान छात्रा दीक्षिता रेगा की मौत हो गई.


190 बच्चे मलेरिया पॉजिटिव
इधर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के गंगालूर  पोटाकेबिन समेत बीजापुर ब्लॉक के कुल 190 बच्चों की रिपोर्ट मलेरिया पॉजीटिव आई है. इनमें से 20 बच्चों का गंगालूर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है, जबकि बाकि बच्चों का आश्रम और पोटाकेबिन इलाके के अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है.


जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी बीआर पुजारी का कहना है कि बच्चों को मेडिकल टीम की देख रेख में रखा गया है. साथ ही लगभग सभी बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार आ रहा है. वहीं लगातार मेडिकल टीम के द्वारा जिले के अन्य पोटाकेबिन और आश्रमों में बच्चों की मलेरिया जांच की जा रही है. साथ ही मलेरिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. 



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