इनामी नक्सली दंपति समेत 12 ने किया सरेंडर, माओवादी संगठनों के लेकर किए चौंकाने वाले खुलासे
Bijapur Naxal News: सरकारी नीतियों से प्रभावित होकर और जवानों की एंटी नक्सल ऑपरेशन से प्रभावित होकर नक्सली लगातार सरेंडर कर रहे हैं. बीते 6 महीने में 123 नक्सली अब तक सरेंडर कर चुके हैं.
Bijapur News Today: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में इनामी नक्सली दंपति समेत कुल 12 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया. यह सभी नक्सली लंबे समय से माओवादी संगठन में सक्रिय रहे और कई बड़ी वारदातो को भी अंजाम दे चुके हैं.
सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर और बड़े नक्सली लीडरों की प्रताड़ना से तंग आकर इन्होंने सरेंडर कर दिया. इसके अलावा एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान जवानों के बढ़ते दबाव को देखते हुए भी सभी नक्सलियों ने सरेंडर की राह चुनी.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, सभी नक्सली गंगालूर, नेशनल पार्क एरिया कमेटी में हुए विभिन्न घटनाओं में शामिल रह चुके हैं. फिलहाल सभी सरेंडर नक्सलियों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाली सुविधाओ का लाभ दिया जाएगा.
6 महीने में 123 ने किया सरेंडर
बीजापुर एसपी जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार जवानों के माध्यम से और सभी थाना और चौकी के साथ- साथ पुलिस कैंप में स्थानीय नक्सलियों से सरेंडर करने की अपील की जा रही है. बैनर पोस्टर के माध्यम से लगातार सरकार की पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाली लाभ की जानकारी भी अंदरूनी गांवों में दी जा रही है.
एसपी जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि इसी का नतीजा है कि जिले में अब तक बीते 6 महीने में 123 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है. उन्होंने बताया कि इनमें लाखों रुपये के इनामी नक्सली भी शामिल हैं. जिन्होंने माओवादी संगठन से तौबा कर लिया है और पुनर्वास नीति का लाभ ले रहे हैं.
इनामी नक्सली सहित 12 ने किया सरेंडर
दूसरी तरफ 12 नक्सलियों ने और सरेंडर कर दिया है, इसमें नक्सली दंपति भी शामिल है. जिन पर शासन ने 6 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने बताया कि स्थानीय नक्सली लगातार बड़े नक्सलियों की प्रताड़ना से परेशान हो गए हैं.
सरेंडर करने वाले नक्सलियों के मुताबिक, "एक तरफ जहां ऑपरेशन के दौरान जवानों का खौफ बना हुआ है. दूसरी तरफ बड़े नक्सली अंडरग्राउंड हो गए हैं जबकि छोटे कैडर के नक्सली जवानों से लड़ रहे हैं. जिससे बड़ी संख्या में नक्सली मारे जा रहे हैं और संगठन को नुकसान पहुंच रहा है."
'हंसी खुशी से बिताना चाहते हैं जिंदगी'
इन लोगों ने बताया," कई स्थानीय नक्सली मारे जा चुके हैं, ऐसे में माओवादी संगठन को तौबा कर और सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर 12 नक्सलियों ने सरेंडर किया है." आगे की योजना को लेकर सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने बताया कि "वे अब आगे की जिंदगी मुख्य धारा में लौटकर हंसी-खुशी बिताना चाहते हैं."
बीजापुर एसपी ने बताया कि फिलहाल सरेंडर करने वाले सभी नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है. उन्होंने कहा कि इनको जल्द ही पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा.
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