छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पेट्रोल पंप में लूट की नीयत से हुए गोलीकांड मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. मामले में मास्टरमाइंड सहित तीन आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. अन्य मामलों में भी आरोपियों की संलिप्तता मिली है. आरोपियों से 315 बोर का एक देसी कट्टा और जिंदा कारतूस जब्त किया गया है. मुख्य आरोपी धौलपुर राजस्थान व अन्य दो आरोपी शहर के तालापारा क्षेत्र के रहने वाले हैं. मास्टरमाइंड आरोपी शहर में ऑटो चलाने का काम करता था.


पुलिस ने रखे थे 5000 ईनाम


दरअसल, बीते 3 जनवरी को कोटा क्षेत्र के पुष्कर पेट्रोल पंप में गोलीकांड की घटना हुई थी. बाइक सवार तीन हथियारबंद नकाबपोशों ने लूट की नीयत से पेट्रोल पंप में फायरिंग की थी. वारदात में नाकाम होने के बाद बंदूकबाज वहां से भाग निकले थे. वारदात पेट्रोल पंप में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई थी. घटना के बाद से बंदूकबाज पुलिस के लिए चुनौती बने हुए थे. जिसके बाद मामले की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने 15 सदस्यीय जांच टीम का गठन और 5 हज़ार इनाम का घोषणा किया था.


ऑटो चालक निकला गोलीकांड का मुख्य सरगना


इसी बीच जांच में पुलिस को जानकारी मिली कि, सीसीटीवी में नजर आ रहा घटना में शामिल मुख्य मास्टरमाइंड धौलपुर राजस्थान निवासी संदेही अब्दुल इरशाद शहर के मुरूम खदान अटल आवास क्षेत्र में रहता है और शहर में ऑटो चलाने का काम करता है. पुलिस ने दबिश देकर अब्दुल इरशान को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ किया. जिसमें दो अन्य आरोपी शेख मुस्तफा और अब्दुल खान के साथ मिलकर अब्दुल इरशान ने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया.


राजस्थान से लेकर आया था देसी कट्टा


पूछताछ में कोनी में हुए बाइक लूट के घटना में भी आरोपियों की संलिप्तता मिली. आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त 315 बोर का देसी कट्टा और एक जिंदा कारतूस व बाईक बरामद किया है. जिसे आरोपी अब्दुल राजस्थान से लेकर आया था. बहरहाल, धारा 398 और आर्म्स एक्ट के तहत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दिया है.


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