Bilaspur Fraud News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में प्राइवेट कम्पनी को करोड़ों की चपत लगाने वाले एक्जीक्यूटिव सहित दो खरीददार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. एक्जीक्यूटिव ने फर्जीवाड़ा कर अपनी ही कंपनी को एक करोड़ 4 लाख रुपए का चूना लगाया था.


दरअसल सरकंडा थाना क्षेत्र में मेडस्मार्ट लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (Medsmart Logistics Private Limited Company) का दफ्तर और गोदाम है. कंपनी से मेडिकल सर्जिकल आइटम (Medical  Surgical Item) के सप्लाई का काम होता है. कंपनी का अनुबंध अपोलो अस्पताल और अपोलो फार्मेसी से भी है. कंपनी के बिलासपुर ऑफिस में 5 कर्मचारी कार्यरत हैं. जिसमें मुख्य आरोपी लोकेश्वर सिंह बतौर एक्जीक्यूटिव कार्य करता है.


एक करोड़ से ज्यादा राशि का किया था गबन


साल 2019 में कोरोना काल के दौरान लोकेश्वर ने अपोलो हॉस्पिटल (Apollo Hospital) को खरीददार बताकर करोड़ो का सर्जिकल आइटम खुले बाजार में बेच दिया. कंपनी ऑडिट में गड़बड़ी का खुलासा हुआ. जिसमें करीब 1 करोड़ 4 लाख रुपए की क्षति की जानकारी सामने आई. कंपनी ने इसकी शिकायत सरकंडा थाने में की. पुलिस ने जांच के बाद आरोपों को सही पाया. लेकिन इस बीच लोकेश्वर फरार हो गया. इस बीच पुलिस आरोपी की तलाश करती रही थी. तभी पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी सीपत क्षेत्र में मौजूद है. पुलिस ने घेराबंदी कर मुख्य आरोपी लोकेश्वर सिंह को सीपत के ग्राम पिपरा से गिरफ्तार कर लिया.




एक्जीक्यूटिव ऑफिसर सहित 3 लोग गिरफ्तार


बिलासपुर एएसपी राजेंद्र जायसवाल ने बताया कि आरोपी कंपनी के सामान को रायपुर निवासी दीपक दानवानी और हरीश दानवानी के पास बेच देता था और उससे मिली रकम का वह निजी जरूरतों के लिए उपयोग कर रहा था. पुलिस ने सह-आरोपी रायपुर के दीपक दानवानी और हरीश दानवानी को भी भिलाई और रायपुर से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों से मोबाइल, लैपटॉप, जमीन के दस्तावेज सहित अन्य सामान जब्त किए गए है. आरोपियों का बैंक अकाउंट भी होल्ड करने पत्राचार किया गया है.


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