Bilaspur News: पुलिस पर बनी तमाम हिट फ़िल्मों को देखकर असल ज़िंदगी में भी कुछ पुलिस अधिकारी वैसा ही करने की सोच लेते हैं और फिर वाहवाही से ज़्यादा उनकी किरकिरी होने लगती है. ऐसे ही एक इंस्पेक्टर ने फ़िल्मों की तर्ज पर कुछ इसी तरह करने की कोशिश की और फिर विभाग के बड़े अधिकारी ने अनुशासनहीनता माना और इंस्पेक्टर के फ़िल्मी अंदाज ने उन्हें जो इनाम दिया. जिसको देखकर सुनकर कोई भी असली पुलिस अधिकारी 'फ़िल्मी अंदाज' में नौकरी करना छोड़ देगा. यह मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले का है.


बारातियों की तरह दी गई थी विदाई


दरअसल, वर्दी पहनकर फिल्मी स्टाइल में विदाई समारोह में रोड शो कराने वाले इंस्पेक्टर सुरेन्द्र स्वर्णकार को सस्पेंड कर दिया गया है. डोंगरगढ़ से जैसे वे बिलासपुर पहुंचे, आईजी बद्रीनारायण मीणा ने उन्हें सस्पेंड करते हुए लाइन अटैच कर दिया है. बता दें कि राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ से बिलासपुर ट्रांसफर होने पर थानेदार सुरेंद्र स्वर्णकार को ढोल-ताशों के साथ बारातियों की तरह विदाई दी गई थी, जिसमें वे फूलों से सजी अपनी लक्जरी कार का सनरूफ खोलकर हाथ जोड़ रहे थे. जिस गाड़ी में टीआई की विदाई दी गई उसका नंबर प्लेट भी आरटीओ के नियमों के विपरित था. थाने के अंदर ढ़ोल नगाड़े बज रहे थे. वर्दी में स्टॉफ गाड़ी को धक्का लगा रहे थे.


विदाई समारोह का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ. इसके बाद निरीक्षक सुरेंद्र स्वर्णकार पूरे प्रदेश में चर्चा में आ गए. उनके इस कार्यप्रणाली को पुलिस अफसरों ने अनुशासनहीनता माना है. यही वजह है कि बिलासपुर में जॉइन करते ही उन्हें निलंबित कर दिया गया. इस कार्रवाई से विभाग में भी खलबली मच गई. गौरतलब है कि पुलिसकर्मियों की पब्लिसिटी करने का यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई पुलिस अधिकारी कर्मचारियों पर ऐसे कृत्यों की वजह से गाज गिरी है.


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