Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के रिश्तेदार सचिन सिंहदेव की ट्रेन से गिरकर मौत हो गई है. सचिन धौरपुर के राजा वीरभद्र सिंह है. इन्हे सचिन के नाम से जाना जाता है. सचिन रक्षाबंधन के दिन ट्रेन से रायपुर से अंबिकापुर जा रहे थे. तब बिलासपुर जिले के बेलगहना के पास ये हादसा हुआ है. जिसमे सचिन की मौत हो गई है. बिलासपुर पुलिस ने इस हादसे को लेकर छानबीन भी शुरू कर दी है.
मंत्री टी एस सिंहदेव के रिश्तेदार की मौत
दरअसल, सचिन गुरुवार को दुर्ग-अंबिकापुर एक्सप्रेस में रायपुर से अंबिकापुर जा रहे थे. इसकी जानकारी सचिन के परिवार को थी, इसलिए परिजन स्टेशन में सचिन को लेने लिए पहुंचे थे लेकिन केवल सचिन की सामग्री मिली. इसके बाद परिजनों ने सचिन की पड़ताल शुरू कर दी, लेकिन जानकारी नहीं मिली. अगले दिन शुक्रवार को जीआरपी को अज्ञात बॉडी की सूचना मिली इसके बाद कोटा पुलिस मौके पर पहुंची तब तक शव की पहचान नहीं हुई थी. इसके बाद पुलिस ने इस शव को धौरपुर के राजा वीरभद्र सिंह के नाम पहचान लिया.
पुलिस ने परिजन को सौंपी बॉडी
इस मामले पर बिलासपुर ग्रामीण के एडिशनल एसपी रोहित झा ने बताया कि स्टेशन मास्टर से जानकारी मिली तब एसडीओपी, थाना प्रभारी के साथ मौके पर पहुंचे थे. बॉडी की पहचान कर ली गई है. ये वीरभद्र सिंहदेव का शव है. बॉडी का पोस्टमार्टम कराया गया है. इसके बाद बॉडी परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है.
इस चर्चा में थे सचिन सिंहदेव
गौरतलब है कि सचिन छत्तीसगढ़ की राजनीति काफी चर्चा में रहते थे. वे लुंड्रा जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष और कांग्रेस नेता थे. कुछ महीने पहले विधायक बृहस्पत सिंह के काफिले पर हमले के आरोप में सुर्खियों में आए थे. इस दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी किया था. तब छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई थी. बृहस्पत सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव पर जान से मारने का आरोप लगा दिया और बाद बृहस्पत सिंह ने इस बयान को लेकर स्वास्थ्य मंत्री से माफी मांगी थी.
बीजेपी ने मुख्यमंत्री से की न्यायिक जांच की मांग
इस हादसे पर अब राजनीति शुरू हो गई है. बीजेपी नेता और प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने इस हादसे में सवाल उठाया है. उन्होंने ने कहा है कि वर्तमान परिस्थितियों में यह सामान्य दुर्घटना प्रतीत नहीं हो रही. यह राजनीतिक हत्या का मामला हो सकता है. चंद्राकर ने कहा कि सचिन पूर्व में कांग्रेस विधायक पर हुए हमले के मामले में गिरफ्तार हुए थे. वे पेशी पर जा रहे थे. पेशी पर जाने की जानकारी गोपनीय नहीं हो सकती. इसलिए बीजेपी इस संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की मुख्यमंत्री से न्यायिक जांच की मांग करती है.