Bilaspur Murder: बिलासपुर में अपहरण के बाद हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आयी है. आरोपियों ने 10वीं कक्षा के छात्र का अपहरण कर हत्या कर दी. परिजनों को कॉल कर 50 लाख रुपये फिरौती मांगी थी. इसकी जानकारी परिजनों ने पुलिस को दे दी थी. पुलिस ने जांच के दौरान पड़ोस में रहने वाले एक युवक को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया. उसने दो अन्य साथियों के साथ अपहरण के बाद हत्या की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया. पुलिस हत्या के आरोप में तीनों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. सनसनखीज घटना तारबाहर थानाक्षेत्र की है.
संदेह के आधार पर पड़ोसी से हुआ वारदात का खुलासा
जानकारी के अनुसार, डीपूपारा निवासी आसिफ मोहम्मद नाम ऑटो डीलर का काम करते हैं. आसिफ का 17 वर्षीय बेटा रेहान रविवार की शाम करीब 6 बजे घर से निकला था. देर रात तक वापस नहीं लौटने पर परिजनों को चिंता हुई. काफी तलाश करने के बावजूद रेहान का कुछ पता नहीं चला. इसी दौरान परिजनों के पास अपहरणकर्ताओं का कॉल आया और 50 लाख रुपए फिरौती मांगी गई.
परिजनों ने पुलिस को 50 लाख की फिरौती के लिए अपहरण की सूचना दे दी. इसके बाद पुलिस रेहान की तलाश में जुट गई. जांच के दौरान साइबर सेल की मदद ली गई. आरोपियों का कॉल नंबर पुलिस को नहीं लग रहा था और मोबाइल लोकेशन रतनपुर रोड में जाहिर हो रहा था. लिहाजा, पुलिस की एक टीम रतनपुर की ओर रवाना की गई. इसके बावजूद आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला. तकनीकी साक्ष्य की बुनियाद पर पुलिस आसिफ मोहम्मद के ही मोहल्ले डीपूपारा पहुंची और पड़ोस में रहने वाले अभिषेक डॉन को पकड़ा.
संदेह के आधार पर पुलिस ने अभिषेक से पूछताछ की. पूछताछ में खुलासा हुआ कि अभिषेक ने दो दोस्त शीबू खान और रवि के साथ मिलकर रेहान का अपहरण किया था. उसने बताया कि पड़ोस में रहने से जान पहचान हो गई थी. ऐसे में लड़की से मिलाने का झांसा देकर आरोपी रेहान को साथ ले गए. चूंकि रेहान सबको पहचान गया था, ऐसे में जिंदा छोड़ना खतरे से खाली नहीं था. लिहाजा, आरोपियों ने गला दबाकर रेहान की हत्या कर दी और फिर शव रतनपुर क्षेत्र में रानीगांव पुलिया के पास दफना दिया.
अपहरणकर्ताओं ने हत्या के बाद मांगी 50 लाख की फिरौती
बताया जा रहा है कि अपहरणकर्ताओं ने छात्र से पहचान होने के कारण पहले हत्या की फिर उसके मोबाइल से पिता को कॉल कर 50 लाख रुपए फिरौती की मांग करने लगे. वारदात के बाद तीनों आरोपी अपने घर में आकर छिप गए थे ताकि पुलिस को भनक न लगे. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अपहरण और हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. आगे की कार्रवाई के बाद न्यायिक रिमांड पर भेजा जाएगा.
कार्रवाई के दौरान निरीक्षक सुरेन्द्र स्वर्णकार थाना प्रभारी तोरवा, निरीक्षक प्रदीप आर्य सायबर सेल प्रभारी, निरीक्षक हरविन्दर सिंह थाना प्रभारी रतनपुर, उपनिरीक्षक मनोज नायक थाना प्रभारी चकरभाठा, उपनिरीक्षक सागर पाठक सायबर सेल बिलासपुर, उपनिरीक्षक मिलन सिंह थाना तारबाहर, सहायक उप निरीक्षक हेमन्त सिंह, प्रधान आरक्षक कृष्ण कुमार यादव, शोभित केंवट, आरक्षक सरफराज खान, मनीष सिंह, संजीव जांगड़े, नुरुल कादिर, सज्जू अली, रामलाल सोनवानी, सचिन तिवारी, दीपक मरावी, रमेश टण्डन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
PM Modi: नेहरू-इंदिरा गांधी सरकार का जिक्र कर पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना, जानें क्या कहा