Bilaspur News: झाड़ फूंक के नाम पर मानसिक रोगी को त्रिशूल से दागा, शरीर पर पड़े फफोले, चार दिन बाद तोड़ा दम
बिलासपुर में रतनपुर थाना क्षेत्र के मनोरोगी ग्रामीण का इलाज अस्पताल में चल रहा था. उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर परिवार वाले उसे तांत्रिक के पास ले गए.
Chhattisgarh News: देश में अंधविश्वास की जड़ें कितनी मजबूत है इसका उदाहरण एक बार फिर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में देखने को मिला है. जहां पर एक मनोरोगी मरीज का इलाज एक बैगा (तांत्रिक) से करवाया गया. तांत्रिक ने मरीज को गर्म त्रिशूल से शरीर पर कई जगहों पर दाग दिया. जिससे मरीज के शरीर पर फफोले पड़ गए और इन्फेक्शन की वजह से 4 दिन बाद उस मरीज की मौत हो गई. इस मामले में पुलिस ने आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है.
ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी अंधविश्वास भारी
रतनपुर थाना क्षेत्र के मनोरोगी ग्रामीण का इलाज अस्पताल में चल रहा था. उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर परिवार वाले उसे बैगा के पास ले गए. बैगा ने अपने घर में रखकर गर्म त्रिशूल से उसके शरीर को आंकता रहा और उसके बाद उसे घर भेज दिया. जलने से उसके शरीर में इंफेक्शन हो गया और 4 दिन बाद उसकी मौत हो गई.
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तांत्रिक ने गर्म त्रिशूल से शरीर पर दिए 20 जख्म
दरअसल, रतनपुर पुलिस के अनुसार 30 अक्टूबर को ग्राम पौड़ी के सरपंच ने पुलिस को सूचना दी कि गांव के ही टेकूराम निर्मलकर उम्र 35 वर्ष की संदिग्ध परिस्थितियों में घर पर मौत हो गई. उसके पूरे शरीर में जलने के निशान बने हुए हैं. घरवालो के द्वारा उसकी अंतिम संस्कार करने की तैयारी में लगे हैं. पुलिस ने सूचना को गंभीरता से लेते हुए उसके घर पहुंचे और मृतक के शरीर को देखा. जिस पर 20 से अधिक स्थानों पर जलने के निशान बने होने पर पूछताछ की. तब उसकी पत्नी ने बताया कि विगत 4 माह पहले उसके पति की मानसिक स्थिति खराब थी. वह अस्पताल में उसका इलाज करा रही थी, बावजूद उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो रहा था.
झाड़ फूंक से हो गई मौत
इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि उनके रिश्तेदार मल्हार चौकी क्षेत्र के जुनवानी में रहने वाले लीला रजक झाड़-फूंक का काम करता है. और उसे ठीक कर देगा उसने बैगा से बातचीत की तो लीला रजक ने उसे ठीक करने का आश्वासन देते हुए अपने घर लेकर आने का 23 अक्टूबर को महिला अपने पति टेकूराम निर्मलकर को लेकर के उसके घर गया. 26 अक्टूबर तक बैगा अपने ही घर पर झाड़फूंक करता रहा और त्रिशूल से जलाता रहा रहा.
इस दौरान उसने निर्मलकर को 27 अक्टूबर को स्वास्थ्य में सुधार हो जाएगा कहते हुए पति - पत्नी को वापस घर भेज दिया. 4 दिन शरीर में इंफेक्शन होने से 30 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई. पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा शव परिजन को सौंप दिया है वही मर्ग डायरी मल्हार पुलिस को भेजा है. पुलिस ने आरोपी बैगा लीला रजक को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच कर गई है.