Traffic Rules In Bilaspur: बिलासपुर छत्तीसगढ़ का ऐसा जिला है जहां ट्रैफिक नियम तोड़ने पर जुर्माना नहीं लगाया जाता बल्कि नियमों का उल्लंघन करने वालों की पाठशाला लगती है. यातायात के प्रति जागरूक करने के लिए बिलासपुर पुलिस विभाग नई पहल की शुरूआत की गई है. इसके माध्यम से बच्चों से लेकर युवा व बुजुर्गों को ट्रैफिक नियम के बारे में जानकारी दी जा रही है.


ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की लगाई जाती है यातायात की पाठशाला


बिलासपुर पुलिस ने यातायात नियमों की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए नया तरीका निकाला गया है. बिलासपुर में पुलिस अब चौक चौराहों पर यातायात की पाठशाला लगा रही और लोगों को यातायात नियमों के बारे में जागरूक कर रही. शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर यातायात के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए यातायात की पाठशाला लगाई जा रही है. इसमें सड़क पर सफर कर रहे राहगीरों की क्लास लगाई गई और उन्हें यातायात के नियमों और उनका उल्लंघन करने पर कार्रवाई के बारे में जागरूक किया गया.


आधे घंटे की क्लास के बाद लिया जाता है टेस्ट


पुलिस की इस खास पाठशाला ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की आधे घंटे तक क्लास ली जा जाती है. उन्हें ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी जाती है. आधे घंटे के क्लास के बाद ट्रैफिक नियम का ज्ञान परखने के लिए उनका टेस्ट लिया जाता है और फिर टेस्ट में पास होने पर उन्हें जाने की इजाजत दे दी जाती है. अगर इस दौरान जो सही जवाब नहीं दे पाते हैं, उन्हें ये मान लिया जाता है कि उन्होंने अच्छे से पाठशाला में पुलिसकर्मियों की ट्रैफिक की क्लास में भाग नहीं लिया है.  लिहाजा फिर से आधे घंटे उन्हें यही क्लास करनी पड़ती है.


टेस्ट में पास हुए तो नहीं लगता है जुर्माना


अक्सर ये देखा है कि ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन करने पर लोग जुर्माना तो दे देते हैं लेकिन नियमों को लेकर गंभीर नहीं होते. मतलब उन्हें पैसे देना मंजूर है लेकिन सुधरना मंजूर नहीं है. इसलिए बिलासपुर पुलिस ने "यातायात की पाठशाला" शुरू की है. जिसमें आधे-आधे घंटे की पुलिस अधिकारी नियम तोड़ने वालों की क्लास लेते हैं. आॉडियो, वीडियो और संकेतकों के बारे में उन्हें जानकारी दी जाती है.


जेब्रा क्रासिग की महत्ता उन्हें बताया जाता है. आधे घंटे तक क्लास के बाद उनसे मौखिक पूछताछ की जाती है. जो सही जानकारी देते हैं. उन्हे बिना जुर्माना माफ कर दिया जाता है. अगर टेस्ट पास नहीं करता है. तो फिर से उन्हे आधे घंटे का क्लास कराया जाता है. बिलासपुर पुलिस का इस पहल के पीछे मकसद सिर्फ जुर्माना वसूली नहीं, बल्कि युवाओं की सोच में बदलाव लाना है.


बिलासपुर एसपी संतोष सिंह ने नियम तोड़ने वाले लोगों की लगाई क्लास


शहर के सबसे व्यस्तम मार्ग नेहरू चौक-महामाया चौक पर खुद एसपी संतोष सिंह ने यातायात की पाठशाला लगाई. उन्होंने सिग्नल पर नियम तोड़ रहे लोगों की क्लास लगाई और उन्हें यातायात के नियमों और उसका उल्लंघन करने के दंड के बारे में बताया. एसपी संतोष सिंह ने नियम तोड़ रहे लोगों की क्लास लगाते हुए उनसे यातायात से जुड़े सवाल किए और उन्हें जागरूक किया.


इस अनोखी पहल की प्रदेश भर में की जा रही है सराहना


बहरहाल पुलिस के इस पहल के जरिये यातायात को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है ताकि बढ़ते सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके. यही वजह है कि यातायात को लेकर लोगों को जागरूक करने के इस खास पहल की प्रदेश भर में सराहना हो रही है.


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