Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर (Bilaspur) में करोड़ों की लागत से बन रहे राज्य कैंसर यूनिट (State Cancer Unit) और मल्टी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में अड़चनों का दौर चल रहा है. अब कम जमीन होने की वजह से काम रुक गया है. दरअसल, बिलासपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ वासियों को हाईटेक अस्पताल की सौगात मिलने जा रही है. इस अस्पताल के बन जाने से राज्यभर के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा लेकिन हर बार अस्पताल का काम किसी ना किसी कारण से अटक जाने से लोगों को निराश होना पड़ रहा है.
पहले भी रुक चुका है काम
दरअसल, बिलासपुर के कोनी में 115 करोड़ रुपए की लागत से राज्य कैंसर यूनिट और मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बन रहा है. शासन से अस्पताल को करीब 45 एकड़ जमीन आवंटित हुई है लेकिन मौके पर सिर्फ 40 एकड़ जमीन उपलब्ध करवाई गई है. इस वजह से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की उत्तराखंड ने आपत्ति जताई है. बता दें कि इससे पहले बजट और अन्य कारणों से अस्पताल का काम रुक गया था. बजट की समस्या हाल ही में दूर हुई है. इस बार मौके पर जमीन कम होने की वजह से काम अटक गया है.
क्या कहा सिम्स के डीन ने?
सिम्स (Chhattisgarh Institute Of Medical Science) के डीन डॉ. कमल किशोर सहारे का कहना है कि राज्य कैंसर यूनिट और मल्टी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल निर्माण के लिए जमीन का सीमांकन होना जरूरी है. आईआईटी रुड़की ने फिलहाल कैंपस डेवलपमेंट प्लान रोक दिया है और सीमांकन रिपोर्ट की मांग की गई है. एसडीएम को पत्र लिखा गया है.
तीन जून को स्वास्थ्य मंत्री ने की थी समीक्षा बैठक
जानकारी के मुताबिक 3 जून को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस मामले में समीक्षा बैठक ली. उन्होंने राजस्व के अधिकारियों को अस्पताल के लिए आवंटित जमीन का सीमांकन करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अधिकारियों ने अब तक रिपोर्ट नहीं दी है. वहीं डीन द्वारा सीमांकन के संबंध में एसडीएम को पत्र लिखे जाने पर बिलासपुर एसडीएम ने मल्टी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल की जमीन की सीमांकन के लिए टीम गठित की थी.
क्या कहा एसडीएम तुलाराम भारद्वाज ने?
इस संबंध में एसडीएम तुलाराम भारद्वाज ने बताया कि पहले भी नापजोख हुई है. आज फिर पुनः भेज रहा था लेकिन अस्पताल के अधिकारी कहीं बाहर है. वे कल सुबह लौटेंगे तो उनकी उपस्थिति में एक बार और नापजोख होगा. हालांकि पहले भी देखा जा चुका है, अस्पताल के अधिकारियों को बताया गया है. लेकिन कल तक फाइनल रिपोर्ट बन जाएगा.