BJP Chhattisgarh Observer: छत्तीसगढ़ में कौन बनेगा मुख्यमंत्री? जवाब तलाशने के लिए बीजेपी ने इन्हें बनाया है पर्यवेक्षक
Chhattisgarh CM Name: छत्तीसगढ़ में सीएम के नाम को लेकर चल रहे सस्पेंस के बीच भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और दुष्यंत कुमार गौतम को पर्यवेक्षक नियुक्त किया.
BJP Chhattisgarh Observer: भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ के लिए अर्जुन मुंडा (Arjun Munda), सर्वानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) और दुष्यंत कुमार गौतम (Dushyant Kumar Gautam) को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. इसके बाद अब यह माना जा रहा है कि रायपुर में प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और नितिन नबीन के साथ तीनों पर्यवेक्षक विधायकों से रायशुमारी करेंगे. इसके बाद विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम का ऐलान भी किया जा सकता है.
छत्तीसगढ़ में इन नामों की जोर शोर से हो रही है चर्चा
छत्तीसगढ़ में सीएम पद के लिए रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और रेणुका सिंह के चेहरे पर चर्चा चल रही है. वहीं माना जा रहा है कि बीजेपी इस बार नए चेहरे को मौका दे सकती है. अरुण साव और रेणुका सिंह दोनों ही लोकसभा सांसद रहे हैं. विधायकी का चुनाव जीतने के बाद दोनों से ही सांसद के पद से इस्तीफा देने को कहा गया था. दोनों ने अपना इस्तीफा भी सौंप दिया है.
BJP Observers for Chhattisgarh, Madhya Pradesh and Rajasthan decided.
— ANI (@ANI) December 8, 2023
Rajasthan - Defence Minister Rajnath Singh, Vinod Tawade and Saroj Pandey
Madhya Pradesh - Haryana CM Manohar Lal Khattar, K Laxman, Asha Lakra
Chhattisgarh - Union Ministers Arjun Munda and Sarbananda Sonowal… pic.twitter.com/lTlrzvNSR6
बीजेपी पहले भी नए चेहरों को दे चुकी है मौका
वहीं अगर बीजेपी छत्तीसगढ़ में नए चेहरों को मौका देती है, तो यह कोई पहली बार किया गया प्रयोग नहीं होगा. गुजरात में ऐसा प्रयोग हो चुका है. वहां सितंबर 2021 तक विजय रुपाणी मुख्यमंत्री थे, लेकिन अचानक बीजेपी ने भूपेंद्र पटेल को सीएम बना दिया. बीजेपी ने सिर्फ मुख्यमंत्री ही नहीं बदला बल्कि पूरा मंत्रिमंडल भी बदल दिया था.
बीजेपी ने बनाया ये प्लान
छत्तीसगढ़ में आदिवासियों ने बीजेपी को एकमुश्त वोट दिए हैं. पार्टी उन्हें नाराज़ नहीं कर सकती. पहली वजह बीजेपी का प्लान 2024 है. जिसमें आदिवासी और पिछड़े वोटर की बड़ी भूमिका रहने वाली है और तीसरी वजह झारखंड में होने वाले चुनाव बताई जा रही है. बीजेपी को पता है कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाया तो इसका फायदा झारखंड में भी मिल सकता है.