Chhattisgarh News: आपने एक कहावत तो जरूर सुनी होगी "भैंस के आगे बीन बजाना". इस कहावत का अर्थ होता है कि मुर्ख को समझाने का प्रयत्न करना. जब किसी ऐसे व्यक्ति को समझाने का प्रयत्न कर रहे हों और उसकी समझ में कुछ नहीं आ रहा हो. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग (Durg) जिले में एक व्यक्ति इस कहावत को साक्षात करने के लिए सड़क पर भैंस लेकर निकल गया और उसके आगे बीन बजाने लगा. उसे देखने के लिए सड़कों पर लोगों की भीड़ जमा हो गई.
भैंस के सिर पर सीएम का मुखौटा लगाकर बजाई बीन
दरअसल बीजेपी नेता व भिलाई निगम के पार्षद पीयूष मिश्रा ने नंदिनी रोड स्थित शराब की दुकान के खिलाफ यह अनोखा प्रदर्शन किया और इस अनोखे प्रदर्शन को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गए. पीयूष मिश्रा ने भैंस के सिर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मुखौटा लगाकर भैंस के आगे बीन बजाकर सोए हुए शासन और प्रशासन को जगाने का प्रयास किया. उन्होंने स्थानीय विधायक और प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए नंदिनी रोड होते हुए छावनी थाने तक भैंस के साथ पैदल मार्च किया और थाने में पुलिस को ज्ञापन सौंपा. प्रर्शनकारियों ने उक्त शराब दुकान को जल्द से जल्द वहां से हटाने और तब तक वहां पर स्थायी रूप से पुलिस तैनात करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि यदि पुलिस प्रशासन हमारी मांगों पर अमल नहीं करता तो अब थाने के सामने बैठकर धरना दिया जायेगा.
शराब दुकान हटाने को लेकर 86 दिन से चल रहा प्रदर्शन
पार्षद पीयूष मिश्रा ने बताया कि स्थानीय लोगों और व्यवसायियों के साथ नंदिनी रोड शराब दुकान को हटाने के लिए पिछले 86 दिनों से धरना प्रदर्शन जारी है. इस दौरान हमने विभिन्न प्रकार के प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया और इस शराब दुकान को यहां से हटाकर किसी अन्यत्र जगह संचालित करने की मांग की जिसके बावजूद आज तक प्रशासन की कान में जूं नहीं रेंगी जिसके चलते आज हमने भैंस के आगे बीन बजाकर सोए हुए प्रशासन को जगाने का प्रयास किया.
विधायक के दबाव में प्रशासन नहीं कर रहा कार्रवाई- बीजेपी पार्षद
पार्षद मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि नंदिनी रोड जो कि भिलाई की एक प्रमुख सड़क है औऱ कई प्रमुख क्षेत्रों का पहुंच मार्ग भी है, आज अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है. बीजेपी पार्षद पीयूष मिश्रा ने आरोप लगाया कि इस सड़क पर कांग्रेस विधायक देवेन्द्र यादव की शराब की दुकान होने के चलते यहां न केवल लोगों का व्यापार पूरी तरह से खत्म हो गया है बल्कि स्थानीय निवासियों का जीना मुश्किल हो गया है.
यहां रोजाना अप्रिय घटनाएं होती रहती हैं. वहीं पूर्व में यहां एक बच्चे को अपनी जान भी गंवानी पड़ी थी. इन सबके बावजूद स्थानीय प्रशासन विधायक के दबाव में यहां पर कार्रवाई करने से डर रहा है, जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है. मिश्रा ने बताया कि लोगों की पीड़ा को समझते हुए हम सभी लोग यहां पिछले 85 दिनों से धरना प्रदर्शन कर स्थानीय प्रशासन को जगाने का प्रयास कर रहे हैं.
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