Bastar BJP Leaders Death: साल 2023 कुछ ही दिनों में खत्म होने को है और सभी नए साल के आगमन की तैयारी में भी जुट गए हैं. खासकर छत्तीसगढ़ में बीजेपी के लिए एक तरफ जहां साल 2023 विधानसभा चुनाव जीतकर अपनी नई सरकार बनाने के लिए भाग्यशाली साबित हुआ तो वहीं इसी साल बीजेपी ने अलग-अलग नक्सली घटनाओं में अपने 8 साथियों को खो दिया है. सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं की हत्या की है और यह साल इन नेताओं के लिए काल बनकर सामने आया है.
बस्तर संभाग के साथ ही राजनंदगांव के मानपुर मोहला इलाके में भी नक्सलियों ने एक बीजेपी नेता की हत्या की. कुल 8 बीजेपी नेताओं को नक्सलियों ने मौत के घाट उतारा है, जिसमें 2 बीजेपी जिला उपाध्यक्ष के साथ ही मंडल प्रमुख और एसटी मोर्चा के जिला अध्यक्ष शामिल हैं. एक तरफ जहां बीजेपी नेताओं को मौका देखकर नक्सलियों ने गोली मारकर हत्या की है तो कुछ नेताओं को सरेआम बीच बाजार में दिनदहाड़े धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की है.
कई हत्यारोपी अभी भी पुलिस के पकड़ से बाहर
बीजेपी नेताओं की हत्या को लेकर प्रदेश में जमकर बवाल हुआ और बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर इसे टारगेट किलिंग बताते हुए सरकार पर नक्सलियों से सांठगांठ का आरोप लगाया. हालांकि इनमें से कुछ मामलों में जरूर बीजेपी नेताओं की हत्या में शामिल नक्सलियों की गिरफ्तारी भी हुई, लेकिन अभी भी कई नक्सली पुलिस के गिरफ्त से बाहर हैं.
8 बीजेपी नेताओं को उतारा मौत के घाट
साल 2023 में एक के बाद एक चुन-चुन कर नक्सलियों द्वारा कुल 8 बीजेपी नेताओं की हत्या कर दी गई. इन हत्याओं के पीछे छत्तीसगढ़ में पिछले तीन बार की बीजेपी शासनकाल के दौरान नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए एंटी नक्सल ऑपरेशन और कार्रवाई से नक्सली नाराज थे. ऐसे में उन्होंने ऐसे बीजेपी नेताओं को टारगेट बनाया जिन पर नक्सलियों को पुलिस के साथ शामिल होने का शक था और इसके बाद मौका देखकर नक्सलियों ने एक के बाद एक नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले के साथ ही राजनांदगांव के मानपुर मोहल्ला में रहने वाले इन बीजेपी नेताओं की हत्या कर दी.
हालांकि इन हत्याओं को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस सरकार को घेरते हुए इसे टारगेट किलिंग बताया. विधानसभा चुनाव से पहले कुछ बीजेपी नेताओं की हत्या को लेकर बीजेपीइयों ने कांग्रेस पर कई तरह के आरोप लगाए. वहीं, साल के शुरुआती महीने में भी नक्सलियों ने कुछ नेताओं के घर में घुसकर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. नेताओं की हत्या को लेकर नक्सलियों ने अपने पर्चे में कई तरह के आरोप लगाए. इसमें इलाके में विकास कार्य को बढ़ावा देना, लौह अयस्क के खदानों को इन इलाकों में खोलने के लिए अपना समर्थन देना और पुलिस के एंटी नक्सल ऑपरेशन में साथ देना जैसे आरोप लगाकर उनकी हत्या करने की बात स्वीकार की.
इधर इन हत्याओं को देखते हुए नक्सल प्रभावित जिलों के बीजेपी नेताओं को चुनाव प्रचार में सुरक्षा दी गई, लेकिन इनमें से एक नेता ने चुनाव में सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया और मौका देखकर हाल ही में नक्सलियों ने इस नेता को भी दिनदहाड़े मौत के घाट उतार दिया.
इन बीजेपी नेताओं की नक्सलियों ने की हत्या
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में साल 2023 में जिन बीजेपी नेताओं की नक्सलियों ने हत्या की है उसमें बीजापुर जिले के नीलकंठ ककेम थे जिनको 5 फरवरी 2023 को नक्सलियों ने मौत के घोट उतार दिया था. ककेम आवापल्ली बीजापुर में बीजेपी मंडल प्रमुख थे. इसके अलावा 10 फरवरी 2023 को नारायणपुर जिले में सागर साहू को नक्सलियों ने देर शाम घर में घुसकर गोली मार दी थी. सागर साहू नारायणपुर बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष थे.
11 फरवरी 2023 को दंतेवाड़ा जिले में रामधर अलामी की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. रामधर अलामी बीजेपी में सक्रिय कार्यकर्ता थे. वहीं, 29 मार्च 2023 को नारायणपुर जिले में ही बीजेपी नेता रामजी डोडी की भी नक्सलियों ने जान ले ली थी. राम जी डोडी इस क्षेत्र के मंडल अध्यक्ष थे. इसके अलावा, 21 जून 2023 को बीजापुर जिले के रहने वाले अर्जुन काका जो बीजापुर में एसटी मोर्चा के जिला अध्यक्ष थे उनका नक्सलियों ने गला रेत दिया था.
वहीं 20 अक्टूबर 2023 को राजनांदगांव के मोहला मानपुर में बीजेपी कार्यकर्ता बिरझु तारम को नक्सलियों ने मौत के घाट उतार दिया. इसके अलावा बीते 4 नवंबर को नारायणपुर जिले में बीजेपी जिला उपाध्यक्ष रतन दुबे की भी नक्सलियों ने चुनावी प्रचार के दौरान कौशलनार हाट बाजार में गला रेतकर कर हत्या कर दी थी. वहीं, हाल ही में 9 दिसंबर को नारायणपुर जिले के छोटे डोंगर में बीजेपी कार्यकर्ता कोमल मांझी की नक्सलियों ने हत्या कर दी. नक्सल प्रभावित अलग अलग जिलों में कुल 8 बीजेपी नेताओं को नक्सलियों ने मौत के घाट उतार दिया.
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