Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलियों द्वारा बीजेपी नेताओं की हत्या और छत्तीसगढ़ में 'ध्वस्त कानून व्यवस्था' के विरोध में गुरुवार को बीजेपी संभाग स्तरीय धरना प्रदर्शन करने जा रही है, साथ ही आईजी ऑफिस का भी घेराव करने वाली है. इस धरना प्रदर्शन में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडे, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल और प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप समेत प्रदेश और बस्तर बीजेपी के दिग्गज नेता शामिल हो रहे हैं.
कांग्रेस के इस 4 साल के कार्यकाल में पहली बार आईजी ऑफिस का किसी राजनीतिक दल द्वारा घेराव किया जा रहा है. प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप का कहना है कि इस धरना प्रदर्शन में पूरे संभाग भर के बीजेपी के कार्यकर्ता शामिल होंगे और धरना प्रदर्शन के बाद आईजी कार्यालय का घेराव किया जाएगा.
प्रदेश के दिग्गज नेता हो रहे शामिल
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि बस्तर के अंदरूनी गांवों में लगातार हो रहे बीजेपी नेताओं की हत्या के विरोध में और कानून व्यवस्था के विरोध में गुरुवार को संभागीय स्तरीय धरना प्रदर्शन किया जा रहा है ,जिस तरह से बीते सप्ताह भर में एक के बाद एक तीन बीजेपी नेताओं की हत्या हुई है इससे बीजेपी के कार्यकर्ता और नेता डरे और सहमे हुए हैं. केदार कश्यप ने कहा कि पार्टी के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है और पुलिस सुरक्षा देने में नाकामयाब साबित हो रही है.
केदार कश्यप ने आरोप लगाया है कि सरकार के संरक्षण में ही नक्सली बेखौफ बीजेपी नेताओं की घर में घुसकर हत्या कर रहे हैं और उसके बावजूद अब तक पुलिस कोई एक्शन नहीं ले पा रही है, यही नहीं लगातार प्रदेश में हत्या, लूट, फिरौती, बलात्कार के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं, लेकिन सरकार कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है, और कानून व्यवस्था को बनाये रखने में पूरी तरह से फेल साबित हो रही है, जिसके विरोध में बीजेपी धरना प्रदर्शन के साथ आईजी ऑफिस का घेराव कर रही है.
केदार कश्यप ने कहा कि संभागस्तरीय इस धरना प्रदर्शन में खुद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, बस्तर के प्रभारी और राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडे समेत प्रदेश के बड़े नेता शामिल हो रहे हैं, अपने तय कार्यक्रम के अनुसार बीजेपी 12 से 2 बजे तक धरना प्रदर्शन करेगी और जिसके बाद आईजी कार्यालय का घेराव किया जाएगा.