छत्तीसगढ़ में बीजेपी के विधानसभा घेराव के दौरान दर्जन भर बीजेपी के कार्यकर्ता और पुलिस के जवान घायल हो गए हैं. इस मामले में अब कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने अधिकारियों को कड़ी नसीहत दे दी है. उन्होंने कहा है कि सत्ता के इशारे पर बर्बरता बंद करें सत्ता तो आती जाती है. हमारी आप पर नज़र है.
बीजेपी के आंदोलन पर सियासत शुरू
दरअसल बुधवार का दिन राजधानी रायपुर में भारी बवाल का दिन रहा है. पीएम आवास योजना को लेकर बीजेपी ने विधानसभा घेराव करने की कोशिश की लेकिन पुलिस प्रशासन ने बीजेपी के हजारों कार्यकर्ताओं को विधानसभा से 500 मीटर पहले ही रोक दिया. लेकिन इस बीच भारी बवाल हुआ है. पुलिस ने 3 चराने बेरीकेट लगाए थे. इसे इसमें 2 बेरीकेट को बीजेपी ने तोड़ कर तीसरे बेरीकेट के पास पहुंची. तब पुलिस की तरफ से वाटर कैनन से पानी की बौछार की गई. इसके अलावा टियर गैस छोड़े गए.
भीड़ में आसूं गैस के गोले छोड़ने का वीडियो वायरल
आंसू गैस गोले छोड़ने का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इसमें एक पुलिस अफसर आशु गैस के गोले भीड़ की तरफ फेंक रहे हैं. ये गोला चिंगारियों के साथ फटा. इसी तरफ के कई गोले लगातार भीड़ की तरफ फेंक गया. इसके अलावा एक और वीडियो वायरल हो रहा है इसमें बीजेपी के नेता लाठी डंडा पकड़े प्रदर्शन कर रहे हैं. इसमें कुछ जगह पुलिस जवानों के साथ धक्का मुक्की भी की गई है. इस पूरे मामले में बीजेपी के कई कार्यकर्ता घायल हुए और पुलिस के जवान भी घायल हुए हैं.
'नादिर शाह और तुगलक की हरकत को याद दिलाता है'
इस मामले में अब सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने गुरुवार को रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पीएम आवास के हितग्राहियों ने बुधवार को विधानसभा जाने का निर्णय किया, सरकार ने बुधवार को जगह-जगह बेरिक्टेस लगाए, आंसू गैस के गोले छोड़े गए, लाठी बरसाई गई और वाटर कैनन से पानी की बौछार हुई. उन्होंने कहा ''ये नादिर शाह और तुगलक की हरकत को याद दिलाता है. जिस प्रकार से भीड़ में बम फेंक गया जलियांवाला बाग को याद दिलाता है. ''
अधिकारियों को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की नसीहत
इसके आगे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि अधिकारी इस बात को समझ लें सत्ता आती जाती है. सरकार के इशारे पर इस प्रकार बीजेपी के कार्यकर्ताओं या अपने हक की लड़ाई लड़ने वालों पर बर्बता करेंगे तो, समय परिवर्तनशील है. उन पर नजर है हमारी जो सत्ता के इशारे पर कार्रवाई कर रहे हैं. आप पब्लिक सर्वेंट है, पब्लिक की ड्यूटी कर रहे हैं. पब्लिक के खिलाफ अत्याचार अन्याय करने के लिए नहीं है. इस बात को समझ लीजिए. आप पर हमारी नज़र है.
कांग्रेस का आरोप आंदोलन हिंसक करने लिए बीजेपी का षड्यंत्र
बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है. कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने जान बूझकर आंदोलन हिंसक बनाने की कोशिश की है. पुलिस वालों के साथ मारपीट की गई अपशब्दों का प्रयोग किया गया. सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई. ठंडा और हथियार लेकर बीजेपी के कार्यकर्ता प्रदर्शन करते हुए दिख रहे थे. बेरीकेट को तोड़ा गया. बीजेपी सुनियोजित तरीके से अपने आंदोलन में हिंसा करवाना चाहती थी, ताकि उसका पॉलिटिकल माइलेज ले सके.
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