Chhattisgarh Politics: मां महामाया एयरपोर्ट प्लेन ट्रायल पर बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा, बताया जनता के साथ धोखा
Surguja: बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंह ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी. उनके मुताबिक़ केन्द्र सरकार की उड़ान योजना के तहत दरिमा मे एयरपोर्ट का निर्माण 2018 में ही पूरा कर लिया गया था.
Surguja News: सरगुजा (Surguja) जिले के मां महामाया एयरपोर्ट (Maa Mahamaya Airport) पर 9 सीटर प्लेन की टेस्टिंग और लैंडिंग पर सियासत तेज हो गई है. ये टेस्टिंग लैंडिंग विवादों के घेरे में आ गई है. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दो केबिनेट मंत्री जहां इसका श्रेय लेने में लगे हैं, वहीं बीजेपी नेताओं ने दोनों मंत्रियों की पोल खोलनी शुरू कर दी है.
बीजेपी (BJP) नेता और पूर्व राज्य सभा सांसद राम विचार नेताम (Ramvichar Netam) और अनुराग सिंह का कहना है कि एयरपोर्ट पर 9 सीटर प्लेन की राज्य सरकार द्वारा टेस्टिंग करना जनता के साथ धोखा है. ये महामाया हवाई अड्डा उड़ान योजना के तहत केन्द्र सरकार ने बनवाया और करोड़ों रूपये भी राज्य सरकार को दिए. गुरूवार को अम्बिकापुर के मां महामाया एयरपोर्ट पर राज्य सरकार द्वारा 9 सीटर प्लेन की टेस्टिंग लैंडिंग करने के मामले में कांग्रेस सरकार और उनके मंत्री चौतरफा घिरते जा रहे हैं.
मंत्रियों ने मुख्यमंत्री का जताया था आभार
टेस्टिंग और लैंडिंग के दौरान श्रेय लेने की होड़ में पहुंचे मंत्री अमरजीत भगत और शिव डहरिया ने मीडिया के सामने सार्वजनिक रूप से कहा था कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल और राज्य सरकार की बदौलत दरिमा एयरपोर्ट बन कर तैयार हो गया. उन्होंने कहा था कि इसकी बदौलत टेस्टिंग लैंडिंग हुई है. हालांकि मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस संबंध में इस तरह के दावे नहीं किए है. उन्होंने सच्चाई के आस पास की बात करते हुए कहा कि संभवतः 9 से 12 तारीख के बीच डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन की टीम सरगुजा आकर जांच कर सकती है.
इसके बाद उड़ान भरने का लाइसेंस जारी हो सकता है. इसके बाद सबसे पहले बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंह ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी. उनके मुताबिक़ केन्द्र सरकार की उड़ान योजना के तहत दरिमा मे एयरपोर्ट का निर्माण 2018 में ही पूरा कर लिया गया था. उस दौरान बनारस और अन्य स्थानों पर बड़े बोइंग विमान उतरने की बात हुई.
बीजेपी नेताओं ने बताया नौटंकी
उन्होंने कहा "इसके लिए केन्द्र सरकार और एविएशन विभाग ने छत्तीसगढ़ सरकार को 95 करोड़ रुपये दिए. जिससे बड़े बोइंग विमान उतारने के लिए एयर स्ट्रिप को बढ़ाना था. साथ ही एयरपोर्ट पर कमरो की संख्या को भी बढ़ाना था, लेकिन राज्य सरकार ना ही समय पर भूमि अधिग्रहण करके एयर स्ट्रिप को जल्द बढ़वा सकी. ना ही अन्य काम समय पर करा सकी. उसके बजाय अब मंत्री टी एस सिंहदेव और अमरजीत भगत के साथ शिव डहरिया श्रेय लेने के चक्कर मे 9 सीटर प्लेन की टेस्टिंग करके जनता के साथ धोखा कर रहे हैं."
अनुराग सिंह ने कहा कि इस दरिमा एयर स्ट्रिप पर हजार बार 20-25-50 सीटर प्लेन उतर चुका है. ये लोग 9 सीटर प्लेन की टेस्टिंग करके नौटंकी कर रहे है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता ने ये भी कहा कि पहले से टेस्टेड एयर को टेस्ट करके राज्य सरकार के मंत्री लोगों से धोखा कर रहे हैं. टेस्टिंग तो डीजीसीए को करनी है. वो जब टेस्टिंग करेगी हरी झंडी देगी, तब यहां से विमान उड़ सकेगा.
नेताम भी आए सामने
पूर्व राज्य सभा सांसद रामविचार नेताम ने इस मामले में बड़े सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि उड़ान योजना केन्द्र सरकार की है. श्रेय लेने की होड़ में राज्य सरकार के तीन मंत्रियों ने मिलकर आनन फानन मे 9 सीटर चार्टर प्लेन उतारकर ट्रायल लिया है. यहां 72 या 120 सीटर प्लेन से ट्रायल होना था. उन्होंने ये भी कहा कि ट्रायल के पहले भी दरिमा के मां महामाया एयरपोर्ट पर 9 सीटर प्लेन उतर और उड़ चुका है. नेताम ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार ने संभाग की जनता से ट्रायल के नाम पर 9 सीटर प्लेन उतार कर धोखा किया है.