Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए सिर्फ एक साल बचा हैं. ऐसे में बीजेपी ने बस्तर के लोकप्रिय नेता कहे जाने वाले प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा को शराबबंदी के मामले में घेरना लेकर शुरू कर दिया है. दरअसल आबकारी मंत्री कवासी लखमा के द्वारा शराबबंदी को लेकर दिए गए बयान पर बीजेपी उन्हें घेरने की कोशिश कर रही है. बीजेपी ने बस्तर में शराबबंदी के मुद्दे को लेकर आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार कर ली  है.


दरअसल कांग्रेस की  चुनावी घोषणा पत्र में से एक शराबबंदी को लेकर कवासी लखमा ने जगदलपुर में एक बयान दिया था. इस बयान में उन्होंने कहा था कि शराबबंदी एक दिन में फैसला लिए जाने वाला मसला नहीं है. इसके लिए विधायक सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में विधायकों के दल गठन हुआ है. इस दल के द्वारा देश के अन्य राज्यों में सर्वे भी किया जाएगा. सर्वे  रिपोर्ट के बाद ही शराबबंदी में कुछ निर्णय लिया जा सकता है. क्योंकि जिन राज्यों में शराबबंदी हुई है. वहां क्राइम का ग्राफ बढ़ा है.


बीजेपी ने साधा निशाना


कोरोना काल में भी शराब नहीं मिलने की वजह से बिलासपुर और रायपुर में जिस तरह से मौत हुई है. उसका जिम्मेदार कौन है? ऐसे में कांग्रेस सरकार सोच समझकर शराबबंदी का फैसला लेगी. उनके इस बयान के बाद बीजेपी ने उन पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. बस्तर के पूर्व सांसद दिनेश कश्यप का कहना है कि जिस घोषणापत्र में शराबबंदी की घोषणा कर कांग्रेस सरकार में आई और महिलाओं से वादा किया. सरकार बने 4 साल बीत गए हैं, वो वादा अब तक पूरा नहीं हो पाया है. इससे महिलाओं में भी काफी रोष है. बीजेपी ने भी बकायदा टीम गठित कर सभी राज्यों का सर्वे कर रिपोर्ट भी सौंप दी. बावजूद इसके अब चुनाव में जब एक साल बचा हुआ है, ऐसे में वो अब भी कांग्रेसी विधायकों से सर्वे कराने की बात कह रहे हैं.


बीजेपी करेगी संभाग भर में आंदोलन
बीजेपीके पूर्व सांसद दिनेश कश्यप ने कहा कि कवासी लखमा और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने  बस्तर के साथ-साथ पूरे प्रदेश के लोगों को शराबबंदी के नाम पर धोखा दिया है. जिसके चलते शराबबंदी की मांग को लेकर बीजेपी ने आंदोलन शुरू कर दिया है. आने वाले चुनाव में छत्तीसगढ़ की महिलाएं  इस वादाखिलाफी को लेकर कांग्रेस को जरूर सबक सिखाएंगी. इधर शराबबंदी की मांग को  लेकर  जगदलपुर में भाजयुमो ने कवासी लखमा का पुतला फूंका. भाजयुमो के जिला अध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव ने कहा कि शराबबंदी की मांग को लेकर अब ये आंदोलन पूरे संभाग भर में होगा. कवासी लखमा ने जो बस्तर वासियों से  वादा किया था. अब वो उससे मुकरते नजर आ रहे हैं. उनके द्वारा  किए गए वादे को याद दिलाने अब संभाग भर में शराबबंदी की मांग को लेकर आंदोलन होगा.


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