Ambikapur News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में जंगल से भटक कर एक जंगली सुअर आज यानी बुधवार को सुबह अम्बिकापुर शहर के चांदनी चौक, हरसागर तालाब के समीप पहुंच गया और मॉर्निंग वाक कर रहीं दो महिलाओं के उपर हमला करते हुए रिहायशी इलाके में जमकर आतंक मचाया. कुत्तों के झुंड द्वारा दौड़ाए जाने से जंगली सुअर रिंग रोड से होते हुए गाड़ाघाट होते तकिया जंगल की ओर चला गया, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली.
इस घटना के दस घंटे बीत जाने के बाद भी वन विभाग के अधिकारियों को न तो इस घटना का पता चल पाया और न ही आहत महिलाओं के इलाज के लिए कोई सहायता राशि ही प्रदान की गयी.
घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक शहर के महामाया पहाड़ की ओर से एक जंगली सुअर आज प्रातः लगभग 6 बजे हरसागर तालाब की ओर पहुंचा, जहां मॉर्निंग वाक कर रही 60 वर्षीया वृद्धा सुरैया बेगम के पेट में दांत घुसा दिया. सुअर के हमले से वह रक्तरंजित होकर गिर गईं, जब वह फिर से हमला करने के लिए आगे बढ़ा तभी कुत्तों ने भौंकना शुरू कर दिया.
कुत्तों के कारण जंगली सुअर हरसागर तालाब मोहल्ले से भागता हुआ चांदनी चौक रिंग रोड पहुंच गया, जहां मॉर्निंग वाक कर रही दूसरी महिला मंशा देवी (40 वर्ष) के उपर भी हमला कर दिया. कुत्तों द्वारा भौंके जाने और नागरिकों द्वारा शोर मचाए जाने से जंगली सुअर मुख्य रिंग रोड से भागता हुआ गाडाघाट की ओर घुस गया और तकिया जंगल की ओर चला गया.
नागरिकों में मचा रहा हड़कंप
हरसागर तालाब और चांदनी चौक में जंगली सुअर द्वारा उत्पात मचाए जाने से नागरिकों में हड़कंप मचा रहा. जंगली सुअर जिस ओर भागता उस ओर नागरिकों में जान बचाने के लिए अफरा-तफरी मच जाती थी. गनीमत थी कि कुत्तों का झुंड उसके पीछे पड़ा था, जिसकी वजह से जंगली सुअर अन्य लोगों पर हमला नहीं कर पाया और रिंग रोड होते हुए भाग खड़ा हुआ. सुअर के भागने के बाद परिजनों ने आहत महिलाओं को तत्काल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया.
नहीं पहुंचे वन कर्मचारी
हरसागर तालाब और चांदनी चौक के रहवासियों ने बताया कि रिहाइशी इलाके में जंगली सुअर के घुस जाने और लोगों पर हमला किए जाने की सूचना दिए जाने के बाद भी वन कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे और न ही जान-माल के नुकसान को देखते हुए बचाव के लिए कोई पहल की गयी. इधर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि उन्हें घटना की सूचना ही नहीं मिली, अगर बताया जाता तो तत्काल रेस्क्यू टीम रवाना किया जाता. घायल महिलाओं के इलाज के लिए नियमानुसार सहायता राशि प्रदान की जाएगी.
शहर के नजदीक पहुंचे थे हाथी-भालू
गौरतलब है कि, इस वर्ष सरगुजा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर के नजदीक हाथी और भालू भी पहुंच चुके हैं. हाथी ने सीसीएफ बंगले की दीवार तोड़ दी और दो लोगों की कुचलकर जान भी ले ली थी. इसके अलावा जंगल से भटककर एक भालू भी शहर में घुस आया था, जिसे वन विभाग ने शहर से दूर खदेड़ा था. बता दें कि, जिले में दो बार ऐसा हुआ है कि हाथियों का झुंड शहर के एकदम नजदीक से गुजरा है.