Sukma Naxal Attack News: लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर नक्सलियों ने सुकमा जिले के इलाकों में रॉकेट लांचर से और ड्रोन से बमबारी करने का आरोप लगाया है, माओवादी  संगठन के दक्षिण बस्तर जोनल कमेटी के सचिव गंगा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पुलिस पर अंदरूनी इलाकों के गांव गांव में रॉकेट लॉन्चर से बमबारी करने का आरोप लगाया है, और आम जनता से इस  हमले का विरोध करने की मांग की है.



नक्सलियों ने अपने प्रेस विज्ञप्ति में लिखा है कि बीते 7 अप्रैल को बीजापुर और सुकमा जिले के सीमावर्ती इलाके के पालागुड़ा, इत्तागुड़ा, जिलोरगड्ढा, गममगुड़ा, कांचाल आदि गांवों और जंगलों को निशाना बनाकर बीते 7 अप्रैल को रात करीब 12:00 बजे आधे घंटे तक रॉकेट लॉन्चरों से भीषण बमबारी की गई, माओवादी संगठन इस भीषण बमबारी की कड़ी निंदा करती है और आम जनता के अलावा मानव अधिकार आयोग विभिन्न संगठनों से भी पुलिस द्वारा "कगार" हमले के तहत आदिवासी जनता पर जारी इस भीषण रॉकेट बमबारी के खिलाफ विरोध करने की मांग की है.

7 अप्रैल को भीषण बमबारी करने का लगाया आरोप
माओवादी संगठन के दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव गंगा का आरोप है कि एक तरफ जहां छत्तीसगढ़ की सरकार माओवादी संगठन से शांति वार्ता की अपील करती है और दूसरी तरफ सुकमा और बीजापुर के सीमावर्ती इलाकों में लगातार ड्रोन से और रॉकेट से बमबारी करा रही है,  बीजापुर और सुकमा जिले के आसपास 11 से अधिक नए पुलिस कैंप खोले गए हैं और इन कैंप में भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार और विस्फोटक रखा गया है.

ड्रोन से कर रहे हैं हमले
लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में रॉकेट लांचर से भीषण बमबारी किया जा रहा है, साथ ही ड्रोन से भी हमले कर रहे हैं. जिससे ग्रामीणों के खेतों और वनोपज को काफी नुकसान पहुंच रहा है, वहीं ग्रामीण भी इस रॉकेट लांचर के बमबारी से बाल बाल बच रहे हैं और लगातार बमबारी रोकने की मांग अंदरूनी क्षेत्रों में गश्ती पर आने वाले पुलिस के जवानों से कर रहे हैं.

बस्तर आईजी ने किया आरोप का खंडन
इधर बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने नक्सलियों के इस आरोप का खंडन किया है, आईजी का कहना है कि अंदरूनी इलाकों में कहीं भी ड्रोन से बमबारी नहीं किया जा रहा है, हालांकि नक्सलियों के ठिकाने पर जरूर मुठभेड़ के दौरान जवानों के द्वारा यूबीजीएल इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में किसी तरह का बमबारी नहीं किया जा रहा है.

प्रेस नोट के माध्यम से दे रहे
पिछले कुछ महीनों से जिस तरह से जवान आक्रामक रूप से नक्सलियों के ठिकाने पर दबिश दे रहे हैं, इससे नक्सली पूरी तरह से बौखलाए हुए हैं और डरे सहमे हुए हैं, इस वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में रॉकेट लांचर से और ड्रोन से हमले करने की झूठी जानकारी अपने प्रेस नोट के माध्यम से दे रहे हैं.

लगातार नए पुलिस कैंप खोले जा रहे हैं
इस क्षेत्र के ग्रामीण भी जानते हैं कि उनकी सुरक्षा और उनके गांव तक विकास कार्य पहुंचे इसके लिए इन इलाकों में लगातार नए पुलिस कैंप खोले जा रहे हैं, और ग्रामीणों का विश्वास जीतने के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है, नक्सली संगठन जानबूझकर इस तरह की झूठी जानकारी देकर लोगों को भ्रमित करना चाह रहे है.


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