Mohan Bhagwat Speech: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) की ओर से जाति व्यवस्था पर दिए गए बयान पर जहां देशभर में बहस जारी है. वहीं, भागवत के इस बयान से नाराज ब्राह्मण समाज (Brahmin Community) ने शुक्रवार को पुलिस में शिकायत की. इस मौके पर ब्राह्मणों ने आरएसएस प्रमुख को मोहन भागवत ब्राह्मण विरोधी बताते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज करने के लिए पुलिस को ज्ञापन दिया. इस दौरान ब्राह्मण समाज ने मोहन भागवत को भविष्य में इस तरह की बयानबाजी से बचने की चेतावनी भी दी.
रायपुर पुलिस से मोहन भागवत की शिकायत
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुक्रवार को ब्राह्मण समाज का एक प्रतिनिधि मंडल रायपुर एसएसपी के दफ्तर ज्ञापन लेकर पहुंचा. उन्होंने ज्ञापन के के जरिए आरएसएस प्रमुख के बयान को आपत्ति जनक बताने के साथ ही खुलकर विरोध किया है. राष्ट्रीय विप्र फाउंडेशन के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ. विकास पाठक ने बताया कि मोहन भागवत ने कहा था कि जातियां पंडितों की बनाई हुई है. उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि ब्राह्मणों ने समाज को अलग-अलग वर्णों में बांटा. उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज इसका विरोध करता है. इसी विरोध को लेकर रायपुर गौड़ ब्राह्मण समाज, राष्ट्रीय विप्र फाउंडेशन और अन्य ब्राह्मण संस्थाओं ने एसपी ऑफिस में ज्ञापन के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई है.
'सार्वजनिक मंच से माफी मांगे मोहन भागवत '
ब्राह्मण समाज की तरफ से शिकायत दर्ज कराते हुए कहा गया है कि ब्राह्मण समाज वह समाज है, जो सबको साथ लेकर चलता है. समाज के प्रहलाद मिश्रा ने कहा कि मोहन भागवत की ओर से जाती और वर्णों के बंटवारे जैसे शब्दों का इस्तेमाल बिल्कुल ही गलत है. किसी तथ्य के बिना इस तरह का आरोप पंडितों पर लगाना सही नहीं है. ब्राह्मणों और पंडितों पर इस तरह की अशोभनीय टिप्पणी का हम सब ब्राह्मण समाज पुरजोर विरोध करते हैं और शिकायत दर्ज करते हुए मांग करते हैं कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जिस तरह सार्वजनिक मंच पर पंडितों का अपमान किया है, उसी तरह सार्वजनिक मंच से उन्हें माफी मांगनी चाहिए. यदि ऐसा नहीं हुआ तो अभी सिर्फ शिकायत किए हैं आगे और भी विरोध किया जाएगा.
सबको साथ लेकर चलने का किया दावा
ब्राह्मण समाज के लोगों ने आगे कहा कि ब्राह्मण समाज सर्वे भवन्तु सुखिनः अर्थात सब खुश रहे, मिलकर रहे. हम किसी प्रकार की जातिगत राजनीति नहीं करते हैं. आप इतिहास उठाकर देख सकते हो, ब्राह्मण समाज ने सभी वर्गों को बसाया है और उन्हें शिक्षा दी है. इन लोगों ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने स्वयं के लिए को जंगल चुना, जहां रहकर वे सभी वर्गों को शिक्षा-दीक्षा देते थे. इस तरह के शब्दों से पंडितों और ब्राह्मणों को बहुत तकलीफ हुई है, हम उसी का विरोध कर रहे हैं.
मोहन भागवत के इस बयान पर बवाल
गौरतलब है कि बीते रविवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मुंबई में संत रोहिदास जयंती (रविदास जयंती) पर अपने बयान में कहा था कि जाति भगवान ने नहीं बनाई है, जाति पंडितों ने बनाई हुई व्यवस्था है, जो गलत है. भगवान के लिए हम सब एक है. हमारे समाज को बांटने की वजह से ही हमारे देश में पहले आक्रमण हुए. इसके बाद बाहर से आए लोगों ने इसका फायदा उठाया.
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