Chhattisgarh: बिजली तार की चपेट में आकर 14 मवेशियों की मौत, पालकों ने लगाया लापरवाही का आरोप, मुआवजे की मांग
बस्तर जिले में बिजलीविभाग की लापरवाही से एक बड़ा हादसा हुआहै जिसमें एक साथ14 मवेशियों की मौत हो गईजिससे नाराज मवेशी मालिकोने प्रशासन से मुआवजा कीमांग कीहै यह हादसाहाईटेंशन तार की चपेट में आने से हुआहै
Bastar Electrocution Accident: छत्तीसगढ़ के बस्तर में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से 14 मवेशियों की एक साथ मौत हो गई है. हादसा जगदलपुर शहर से लगे डोंगाघाट के खेतों में हुआ. यहां बड़ी संख्या में खेत में मवेशी मौजूद थे. इस दौरान डोंगाघाट के खेतों से होकर गुजरने वाली 11kv की लाइन में विद्युत पोल टूटने की वजह से उस लाइन को बंद कर दिया गया था. चूंकि मौके पर बिजली की लाइन एक दूसरे के ऊपर नीचे से गई हुई है और ऊपर लाइन बंद था लेकिन बीते दिनों बस्तर में हुए तेज आंधी तूफान के चलते बिजली का पोल झुक गया जिसके कारण बंद बिजली का तार चालू लाइन से टकरा गया और उसमें बिजली प्रवाह शुरू हो गया. इसी बीच खेतो में चर रहे मवेशी बिजली की तार की चपेट में आ गए और 14 मवेशियों की मौत हो गई.
तुरंत पावर हाउस को इसकी सूचना दी गई, जिसके बाद लाइन को बंद कराया गया, घटनास्थल में बड़ी संख्या में मवेशी मौजूद थे, जो बाल बाल बच गए. वरना और बड़ा नुकसान हो सकता था. वहीं, मवेशी मालिकों ने विद्युत विभाग के कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि तेज आंधी तूफान के बाद खेत के कई विद्युत पोल झुक गए थे, लेकिन इन्हें ठीक कराने की जहमत तक नहीं उठाई गई. इसके चलते यह हादसा हुआ और उनके मवेशियों की मौत हो गई. वहीं, मवेशी मालिकों ने विद्युत विभाग से मुआवजे की मांग की है.
हाई टेंशन वायर की चपेट में आने से हुआ हादसा
मवेशी मालिकों का कहना है कि विद्युत विभाग का बिजली का पोल की टूटने और कई जगह पोल झुकने की जानकारी कुछ दिन पहले ही सूचना दी गई थी और जल्द ही इस लाइन को ठीक कराने का आश्वासन भी मिला था. लेकिन इसके बावजूद भी विभाग की टीम इस लाइन को और विद्युत पोल को ठीक नहीं करने के चलते यह हादसा हुआ है. किसानों ने बताया कि डोंगाघाट के खेतों में बड़ी संख्या में मवेशी मालिक अपने मवेशियों को चराने ले जाते हैं. जितने भी मवेशी तार के नीचे थे उन सभी की मौत हो गई.
इसके चलते मवेशी मालिकों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है. हादसे की जानकारी लगने के बाद मौके पर पुलिस प्रशासन, बिजली विभाग के अधिकारी और मवेशी मालिक पहुंचे. वहीं, बिजली की चपेट में आने से मौत हुई सभी मवेशियों को मौके पर दफनाया गया. हालांकि, बिजली विभाग के अधिकारियों ने मवेशी मालिकों को मुआवजा दिए जाने की बात कही, लेकिन इस हादसे से मवेशी मालिकों को बड़ा नुकसान हुआ है. उनका काम पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. वहीं, दोबारा इस तरह की लापरवाही ना हो इसके लिए बिजली विभाग के बड़े अधिकारियों ने कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं. हालांकि इस हादसे में किसी तरह की जनहानि नही हुई.
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