Raipur News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में चिटफंड कंपनियों (Chit Fund Companies) में अपने गाढ़े पसीने की कमाई लगाने वाले, निवेशकों (Investors) की पैसों की वापसी के लिए कार्रवाई कर शुरू दी गई है. रायपुर जिले (Raipur District) के लाखो निवेशकों को जल्द उनके डूबे रकम की वापस मिलने शुरू हो जायेंगे. इसको लेकर जिला प्रशासन (District Administration) ने तैयारी शुरू कर दी हैं, इसके तहत फर्जी कंपनी (Fake Company) बनाकर पैसे डबल करने वाली कंपनियों की संपत्ति नीलाम कर राशी निवेशकों के खातों में जमा कराई जाएगी.
पैसा डबल का झांसा देने वाले 14 डायरेक्टर गिरफ्तार
दरअसल, रायपुर पुलिस ने अब तक फर्जीवाड़ा करने वाले 14 डायरेक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. जिले में ऐसी कंपनियों के संचालकों और कंपनियों की संपत्तियों की पूरी जानकारी प्रशासन द्वारा खंगाली जा रही है. इसके साथ ही निवेशकों से जमा कराई गई राशी से कंपनियों द्वारा खरीदी गई संपत्तियों की जानाकरी भी जिला प्रशासन तेजी से जुटा रहा है. अभी तक ऐसी 17 कंपनियों की संपत्तियों का प्रशासन ने पता लगाया है, जहां इन संपत्तियों को नीलाम कर निवेशकों की राशी लौटाने के लिए कार्रवाई की जा रही है.
निवेशकों के 3 लाख से अधिक आवेदन मिले
रायपुर जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार चिटफंड कंपनियों के निवेशकों से जिले में 3 लाख 19 हजार 739 आवेदन मिले है. जिला स्तर पर इन आवेदनों की स्क्रुटनी कर ऑनलाइन एंट्री पूरी करी ली गई है. चिटफंड कंपनियों और उनकी संपत्ति की जानकारी रायपुर के साथ अन्य जिलों और राज्यों से भी जुटाई जा रही है. संपत्तियों की जानकारी मिलते ही उन्हें नीलाम करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी.
4 करोड़ से अधिक राशि प्रशासन को मिले
अभी तक दो कंपनियों शुष्क इंडिया कंपनी और देवयानी प्रापर्टी प्राइवेट लिमिटेड की संपत्तियों की नीलामी की गई है, जिससे चार करोड़ रूपये से अधिक की राशी प्रशासन को मिली है. इसमें से देवयानी प्रापर्टी प्राइवेट लिमिटेड की संपत्ति की नीलामी से जिला प्रशासन को 4 करोड़ 14 लाख 92 हजार 500 रूपये मिले है, जो कि कलेक्टर कार्यालय की नाजरात शाखा में बैंक ड्राफ्ट के रूप में जमा है. इसी प्रकार शुष्क इंडिया कंपनी की संपत्ति की कुर्की से मिली 6 लाख 45 हजार रूपये की राशी दुर्ग जिले के निवेशकों को लौटाने के लिए कलेक्टर दुर्ग को दी जा चुकी है.
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