Gariaband News: छत्तीसगढ़ में विश्व का सबसे बड़ा स्वयंभू शिवलिंग गरियाबंद जिले में स्थित है. इसे भूतेश्वरनाथ के नाम से पुकारा जाता है. इन दिनों सावन के पवित्र महीने में भूतेश्वर महादेव के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. बीते सोमवार को करीब 20 हजार की संख्या में श्रद्धालु बम बोले के नारे लगाते हुए प्रदेशभर से गरियाबंद पहुंचे थे. इस दौरान शिवलिंग परिसर में DJ और लाइटिंग शो की भी व्यव्स्था की गई, जिसमें श्रद्धालु रातभर थिरके.
डीजे और लाइटिंग शो में जमकर थिरके भोले के भक्त
दरअसल सोमवार को भूतेश्वर महादेव के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. रविवार को भूतेश्वरनाथ जाने वाले कांवड़ियों का सिलसिला सुबह 5 बजे से शुरू हो गया था. तीसरा सोमवार होने के कारण कांवड़ियों की भारी भीड़ देखने को मिली. कांवड़िए गरियाबंद से होते हुए भूतेश्वरनाथ धाम पहुंचते हैं जहां स्नान कर मंदिर में भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक कर दोबारा भूतेश्वर नाथ जाने के लिए जल को संकल्प करवा कर निकलते हैं. वहीं गरियाबंद के युवाओं की मित्रमंडली ने सुबह भांडरे का आयोजन किया, वही शाम में लाइटिंग से पूरे शिवलिंग को सराबोर कर दिया साथ ही डीजे से पूरे शिवालय में भक्तिमय संगीत का कार्यक्रम रखा गया.
विश्व की सबसे बड़ी स्वयंभू शिवलिंग
भूतेश्वरनाथ का ये शिवलिंग गरियाबंद जिले से 3 किलोमीटर दूर घने जंगल के बीच मरौदा नामक गांव में है. इसे जिला प्रशासन प्रकृति प्रदत्त विश्व का सबसे विशाल शिवलिंग बताता है. मान्यता है कि भूतेश्वर महादेव का शिवलिंग का आकार हर साल बढ़ते जा रहा है. भूतेश्वर महादेव को छत्तीसगढ़ी में भकुर्रा के नाम से भी पुकारा जाता है. इस शिवलिंग की जमीन से ऊंचाई 75 फीट है. कहा जाता है कि 20 साल पहले इसकी ऊंचाई कम थी.
पुलिस ने संभाली सुरक्षा व्यवस्था की कमान
हर बार की तरह इस बार भी शिवभक्त कांवड़िए अलग-अलग अन्दाज में अपने भोले से मिलने पहुंचे. सोमवार को पड़ोसी राज्य ओडिशा से भी श्रद्धालु बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए आए. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन ने चौबीसों घंटे पहरा दिया. जिले के एसपी जे आर ठाकुर ने खुद सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली.
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