Chhattisgarh News Update: छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र बीजापुर और नारायणपुर के सीमा पर मौजूद लगभग 8 से 10 गांव में अज्ञात बीमारी से बीते 5 महीनों में 40 ग्रामीणों की मौत से पूरे प्रदेश भर में हड़कंप मच हुआ है. अब अब नींद से जागे स्थानीय प्रशासन ने शनिवार को इन गांव के लिए स्वास्थ्य विभाग की एक 16 सदस्यीय टीम को रवाना किया है. इस टीम में दो MBBS डॉक्टर, एक MD मेडिसिन और अन्य विशेषज्ञ के साथ ही स्टाफ नर्स शामिल हैं. इंद्रावती नदी के उस पार बसे इन गांवों तक स्वास्थ विभाग की टीम को नाव से भेजा गया है. बीजापुर जिले के अलावा नारायणपुर जिले से भी एक स्वास्थ्य विभाग की टीम को इन गांवों तक भेजा गया है. जहां दोनों ही टीम अज्ञात बीमारी से पीड़ित मरीजों का इलाज कर रही हैं.
दरअसल एबीपी न्यूज़ के द्वारा अज्ञात बीमारी से हो रहे ग्रामीणों के मौत के मामले की गंभीरता से खबर उठाए जाने के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने इसे प्रमुखता से लेते हुए ग्रामीणों के हर संभव इलाज के साथ उन्हें सभी तरह के स्वास्थ्य सुविधा देने के निर्देश स्थानीय प्रशासन को दिए हैं. इसके साथ ही स्वास्थ विभाग की टीम को यहां रहकर बीमारी का भी पता लगाकर लौटने की हिदायत दी है.
बीमारी का पता लगाकर वापस लौटने के निर्देश
बीजापुर के मुख्य स्वास्थ अधिकारी सुनील भारती ने बताया कि यह टीम प्रभावित गांवो में शिविर लगाए हुए हैं. लगभग 8 गांवो में 70 से ज्यादा बीमार ग्रामीणों का इलाज भी टीम करेंगी. इसके साथ ही पिछले 5 महीनों में किसी बीमारी की वजह से ग्रामीणों की एकाएक मौत हुई है, उसके कारणों का भी पता लगाएंगी. स्वास्थ अधिकारी ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग से दो MBBS के डॉक्टर समेत 16 सदस्यीय टीम बनाकर भेजा गया है. नाव के सहारे इंद्रावती नदी पारकर पहुंची टीम ने मर्रामेटा, पेंटा समेत अन्य प्रभावित गांवों में शिविर लगाया है.
वहीं नारायणपुर जिले से भी एक स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची हुई हैं. ये टीम भी आसपास के कुछ गांवो के ग्रामीणों का इलाज करेगी, स्वास्थ अधिकारी ने बताया कि जब तक टीम एक एक गांव तक पहुंचकर सभी ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच और इलाज नहीं कर लेती तब तक वापस नहीं लौटेंगी. सुनील भारती ने बताया कि टीम जब लौटेंगी तब ही 40 ग्रामीणों के मौत के कारणों का पता लग पाएगा. फिलहाल पूरे संसाधनों के साथ टीम इन प्रभावित गांवो तक पहुंच गई हैं और ग्रामीणों का उपचार भी शुरू कर दिया है.
विधानसभा में विपक्ष उठाएगा सवाल
इधर अज्ञात बीमारी से हुई मौत के मामले में छत्तीसगढ़ में राजनीति भी गरमा गई है. विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल और अन्य बीजेपी के नेताओ ने ग्रामीणों की अज्ञात बीमारी से हुई मौत के मामले को विधानसभा में उठाने की बात कही है. इसके साथ ही सरकार की लापरवाही से 40 ग्रामीणों की मौत होने का आरोप लगाया है, उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामी के चलते बस्तर में लगातार आदिवासी ग्रामीणों की मौत हो रही हैं जो एक गंभीर विषय है.