छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक बार फिर डायरिया ने पैर पसारना शुरू कर दिया है. भिलाई के कैंप इलाके में डायरिया के लगभग 63 मरीज मिले हैं और 2 मरीजों की इलाज के दौरान मौत भी हो चुकी है. डायरिया के मरीज मिलने की जानकारी लगते ही प्रशासनिक अमला हरकत में आया और दुर्ग के डीएम पुष्पेंद्र मीणा इलाके का जायजा लेने पहुंच गए. डीएम ने अधिकारियों को बेहतर उपचार और साफ सफाई करने के निर्देश दिए हैं. दरअसल भिलाई के कैंप इलाके में उल्टी-दस्त की जानकारी मिलने पर दुर्ग डीएम पुष्पेंद्र मीणा और नगर पालिक निगम भिलाई आयुक्त रोहित व्यास ने उल्टी-दस्त से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया.
डायरिया के अब तक 63 मरीज मिले, 2 लोगों की हो चुकी है मौत
इस दौरान घर-घर सर्वे के निर्देश दिए गए तथा लक्षण वाले मरीजों की पहचान कर उन्हें दवाइयां उपलब्ध कराने और मरीजों की स्थिति के मुताबिक जिन्हें चिकित्सा की आवश्यकता है उन्हें बेहतर उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराने को कहा गया. वृंदा नगर कैंप क्षेत्र एवं जेपी नगर क्षेत्रों में उल्टी-दस्त के 63 मरीज मिले हैं. जिनका अस्पतालों में अनुभवी चिकित्सकों की देखरेख में इलाज किया जा रहा है. जिसके चलते 5 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. अब तक डायरिया से दो लोगों की मौत हो चुकी है. अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे मरीजों से मिलकर सभी से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गई और बेहतर से बेहतर इलाज के निर्देश दिए गए.
पानी का सैंपल टेस्ट के लिए भेजा गया
जिन क्षेत्रों में डायरिया फैला है वहां पर ही प्रभावी रोकथाम के लिए निगम व स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे कर रोकथाम के हर जरूरी उपाय कर रही है. उल्टी-दस्त होने के कारणों का पता लगाया जा रहा है. निगम प्रशासन को सूचना मिलते ही मौके पर निगम की टीम ने प्रभावित वार्ड क्षेत्र एवं मोहल्ले का सघन निरीक्षण किया है. निगम की टीम मौके पर मौजूद है. निगम व स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर सर्वे कर रही है और जिंक टैबलेट और ओआरएस के पैकेट वितरित किए जा रहे हैं. प्रभावित घर, वार्ड व आसपास में भी सर्वे कराया जा रहा हैं और क्लोरीन टेबलेट का वितरण किया जा रहा है. मुनादी के माध्यम से पानी उबालकर पीने, साफ पानी पीने, ताजा व गर्म भोजन ग्रहण करने प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. सभी घरों में पेयजल की जांच की जा रही है. प्रभावित क्षेत्रों के घरों एवं आसपास के क्षेत्रों से पानी का सैंपल लेकर लैब टेस्ट करवाया जा रहा है. शुद्ध पानी सप्लाई के लिए पानी टैंकरों की व्यवस्था की गई है.
डीएम ने अधिकारियों को दिए निर्देश
दुर्ग डीएम पुष्पेंद्र मीणा ने बताया कि अब तक कैंप इलाके से 63 डायरिया के मरीज मिले हैं और आशंका जताई जा रही है कि 2 लोगों की मौत डारिया से हुई है हालांकि रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय हो पाएगा कि मौत डायरिया से हुई है या फिर किसी और बीमारी के कारण से हुई है. डायरिया की जानकारी मिलने पर हमने उन सभी इलाकों का जायजा की लिया है और स्थिति को देखा है साथ ही अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि इलाके की साफ-सफाई और मरीजों को बेहतर इलाज दिया जाए.
क्या है डायरिया फैलने की मुख्य वजह
डीएम पुष्पेंद्र मीणा ने बताया कि इस इलाके में डायरिया फैलने का मुख्य कारण यह लग रहा है कि जिन इलाको में डायरिया फैला है उन इलाकों में पानी का जो पाइप लाइन बिछाई गई है वह नालियों से होकर जा रहा है. कई जगह पाइप लाइन में लीकेज भी देखने को मिला है. जिसके कारण पीने के पानी में नाली का गंदा पानी मिक्स हो गया है. इस वजह से लोगों के घरों में गंदा पानी पहुंच रहा है. जिसकी वजह से उन इलाकों में डायरिया फैल गया है. हमने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जल्द से जल्द पाइपलाइन को ठीक किया जाए और वहां पर साफ सफाई किया जाए. और लोगों से भी अपील कर रहे हैं कि लोग पाइपलाइन को क्षतिग्रस्त ना करें और लीगल तौर पर घर में पाइप लाइन लगवाए.
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