Chhattisgarh: शैक्षणिक सत्र की हो गई शुरूआत, कई स्कूलों में शुरू नहीं हो पाया मरम्मत का काम
Chhattisgarh News: जर्जर हो चुके विद्यालय भवनों एवं मरम्मत योग्य कार्य के लिए जिले के 259 विद्यालयों के लिए करीब 4 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है. वहीं 98 जर्जर विद्यालय भवन की स्वीकृति शेष है.
![Chhattisgarh: शैक्षणिक सत्र की हो गई शुरूआत, कई स्कूलों में शुरू नहीं हो पाया मरम्मत का काम Chhattisgarh Academic session has started repair work could not be started in many schools ann Chhattisgarh: शैक्षणिक सत्र की हो गई शुरूआत, कई स्कूलों में शुरू नहीं हो पाया मरम्मत का काम](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/07/05/addb500708ab4437c91c5275d41bb2a31688579224479129_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Koriya News: नये शिक्षा सत्र की शुरुआत गत 26 जून से हो गई है और कई जगहों पर विद्यालयों का मरम्मत का कार्य पूरा नहीं हुआ है. कई जगहों पर तो कार्य भी शुरू नहीं हुआ है, जबकि मांग के अनुसार गर्मी के दिनों में ही मरम्मत एवं जीर्णोद्धार का कार्य स्वीकृत हो गया था और और स्कूल खुलने के पूर्व मरम्मत एवं जीर्णोद्धार का कार्य पूरा करा लिया जाना चाहिए था, लेकिन यह कार्य स्कूल खुलने के पूर्व पूरा नहीं हुआ. वर्तमान में शैक्षणिक सत्र की हो गई शुरूआत, कई स्कूलों में शुरू नहीं हो पाया मरम्मत कार्य, करोड़ो रूपये की गई है स्वीकृत जगहों पर तो कार्य भी शुरू नहीं हो पाया है.
गत दिवस कलेक्टर कोरिया ने मुख्यमंत्री जतन योजना के तहत स्कूलों के मरम्मत एवं जीर्णोद्धार कार्यो की समीक्षा के दौरान इस बात की जानकारी हुई. जिसके बाद ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को 31 जुलाई तक स्कूलों के मरम्मत एवं जीर्णोद्धार के कार्य को हर हाल में पूर्ण करने के निर्देश दिये गये है. गौरतलब है कि कोरिया जिले के जर्जर एवं मरम्मत योग्य स्कूल भवनों के कार्य की जिम्मेदारी ग्रामीण यांत्रिकी विभाग को दी गई है. विभागीय लापरवाही के कारण कई जगहों पर कार्य शुरू नहीं हो पाई है.
मालूम हो कि कि इसके पूर्व भी कई विद्यालयो के मरम्मत के कार्य कराये गये थे. तब निर्माण एजेंसी पंचायत को बनाया गया था. उस दौरान भी कई जगहों पर भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी. घटिया निर्माण कार्य करा दिया गया था. अब इस बार आरईएस विभाग को मरम्मत कार्य की जिम्मेदारी दी गई है.
259 विद्यालयों के लिए 4 करोड़ की राशि
जर्जर हो चुके विद्यालय भवनों एवं मरम्मत योग्य कार्य के लिए जिले के 259 विद्यालयों के लिए करीब 4 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है. जानकारी के अनुसार जिले में 357 स्कूल भवनों का जीर्णोद्धार कराने चयन किया गया था. जिनमें से 259 की प्रशासकीय स्वीकृति मिली. वहीं 98 जर्जर विद्यालय भवन की स्वीकृति शेष है.
201 स्कूलों में ही मरम्मत कार्य शुरू
गत 26 जून से विद्यालय संचालित होने लगे है. पहले की तरह जर्जर स्कूल भवनों में ही स्कूल का संचालन हो रहा है. जिले में स्वीकृत 259 जर्जर भवनो के मरम्मत एवं जीर्णोद्धार के कार्य स्वीकृत किये गये, जिनमें से अब तक सिर्फ 201 स्कूलों में ही मरम्मत व जीर्णोद्धार का कार्य शुरू हो पाया है. इस तरह अधिकांश विद्यालयों में अब तक मरम्मत कार्य शुरू नहीं हो पाया है.
जल्द मरम्मत कार्य पूरा कर लिया जाएगा डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी अनिल जायसवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना अंतर्गत जिले के 357 स्कूल भवनों का जीर्णोद्धार कार्यों के लिए चयन किया गया है. जिसमें कार्यों की 259 प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है एवं 98 प्रशासकीय स्वीकृति शेष है, उन्होंने बताया कि 201 कार्य प्रारंभ हुआ है, जिसमें 70 कार्य पूर्ण एवं 131 कार्य प्रगतिरत है.
ये भी पढ़ें: Chhattisgarh: नियमों को ताक पर रखकर बसों का संचालन, कई कंडेक्टर बिना लाइसेंस वाले, हुई जांच
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)