Chhattisgarh: भिलाई स्टील प्लांट में हुआ दर्दनाक हादसा, एक ठेका मजदूर की मौत, 3 घायल
Durg News: भिलाई स्टील प्लांट में हुए दर्दनाक हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई है जबकि, दूसरे मजदूर की हालत गंभीर है. स्टील प्लांट में 70 प्रतिशत ठेका श्रमिक ही हादसों का शिकार हो रहे हैं.
Chhattisgarh Accident at Bhilai Steel Plant: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग (Durg) स्थित भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के ब्लास्ट फर्नेस-7 के एसपीजी में कैपिटल मरम्मत कार्य के दौरान बड़ा हादसा हो गया है. हादसा तब हुआ जब मेंटेनेंस करने के शॉटडाउन किया गया था. लेकिन, अचानक आग (Fire) भड़कने से मरम्मत कार्य कर रहे 4 ठेका मजदूर इसकी चपेट में आ गए. आग की लपटों को देखकर 2 मजदूर भाग निकले, लेकिन 2 मजदूर इसकी चपेट में आ गए. एक मजदूर की आग में झुलसने मौत (Death) हो गई है जबकि, दूसरे मजदूर की हालत गंभीर है.
अचानक लगी आग
ब्लास्ट फर्नेस-7 में पिछले कई दिनों से मेंटेनेंस कार्य किया जा रहा था. लेकिन आज अचानक एसपीजी के कैपिटल में मेंटेनेंस कार्य के दौरान आग की लपटें निकली, जिसमें 2 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया. 80 प्रतिशत झुलसे मजदूर को मेन मेडिकल पोस्ट ले जाया गया, उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए उपचार के बाद सेक्टर-9 अस्पताल रेफर कर दिया गया है, जहां बर्न यूनिट में इलाज जारी है. फर्नेस में फंसे मृतक पुरैना निवासी 32 वर्षीय मजदूर राहुल उपाध्याय को फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने जान को जोखिम में डालकर करीब 13 मीटर नीचे उतरकर बाहर निकला.
मेंटनेंस के दौरान हुआ हादसा
ब्लास्ट फर्नेस-7 में मरम्मत कार्य करने के दौरान हुआ. प्रगति कंस्ट्रक्शन और अमन कंस्ट्रक्शन के 4 ठेका मजदूर वेल्डिंग कार्य में लगे थे. तभी वो हादसे का शिकार हो गए. भिलाई शिवाजी नगर निवासी ठेका श्रमिक परमेश्वर शिखा को मेन मेडिकल पोस्ट में प्राथमिक उपचार के बाद सेक्टर-9 अस्पताल में रेफर कर दिया गया है. चेंबर में वेल्डिंग का काम परमेश्वर शिखा और राहुल उपाध्याय कर रहे थे. अचानक आग लगने की वजह से परमेश्वर सेफ्टी बोल्ट खोलकर बाहर आ गया लेकिन तब तक वो झुलस चुका था. राहुल उपाध्याय सेफ्टी बेल्ट नहीं खुलने से बुरी तरह झुलस गया और घटना स्थल पर ही मौत हो गई. मृतक राहुल के शव को दमकल कर्मी ने फर्नेस के अंदर से बाहर निकाला.
लापरवाही की वजह से प्लांट में होते हैं हादसे
भिलाई स्टील प्लांट में देखा गया है कि 70 प्रतिशत ठेका श्रमिक ही हादसों का शिकार हो रहे हैं. कहीं ना कहीं लापरवाही हो रही है. इस लापरवाही में ठेका श्रमिकों में समुचित ट्रेनिंग का अभाव साफ नजर आता है. खतरनाक काम करने वाले ठेका मजदूरों को जिस तरह से ट्रेनिंग की जरूरत है, वो नहीं दी जाती है. बिना ट्रेनिंग के कार्यों में भेज दिया जाता है. इस वजह से प्लांट में आए दिन मजदूर हादसों का शिकार हो रहे हैं. इस मामले में बीएसपी और कार्य करने वाली एजेंसी द्वारा बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. इस घटना में भी कार्य करने वाली एजेंसी की बड़ी लापरवाही सामने आई है. अगर सेफ्टी बेल्ट का लॉक सही समय पर खुल जाता तो ठेका श्रमिक की जान बच सकती थी.
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