(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chhattisgarh: अंबिकापुर में 'बुलेट राजाओं' के खिलाफ हुआ ये एक्शन, अब खुले में शराब पीने वालों की भी खैर नहीं
Ambikapur Latest News: कुछ युवा बुलेट में तेज आवाज वाले साइलेंसर लगवाकर उसे अपनी प्रतिष्ठा और धौंस के रूप में देखने लगे थे अब उनपर नकेल कसने का काम शुरू हो चुका है.
Ambikapur News: छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर में तेज आवाज वाले साइलेंसर लगाकर शहरवासियों के लिए सिर दर्द बन चुके बुलेट वाहन और सार्वजनिक जगहों पर शराब पीकर हुल्लड़बाजी करने वाले बिगड़ैल प्रवृति के लोगों पर पुलिस का एक्शन जारी है. दरअसल, बीते बुधवार की रात को कोतवाली थाना और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम ने अमानक साइलेंसर लगाकर शहर में घूमने वाले बुलेट वाहनों कार्रवाई के लिए अलग-अलग जगहों पर चेक प्वाइंट लगाया था.
तब पुलिस टीम ने 35 बुलेट चालकों को पकड़ा था. इनमें से 30 ऐसे बुलेट थे जो अपने बुलेट का ओरिजनल साइलेंसर बदलवा चुके थे और शहर में ध्वनि प्रदूषण का कारण बने हुए थे. पुलिस ने तेज आवाज वाले साइलेंसर को निकलवा कर जब्त कर लिया. साथ ही युवाओं को ये समझाइश देकर छोड़ा गया कि अगर फिर से ऐसे साइलेंसरों का प्रयोग किया गया तो जब्ती के साथ चालानी कार्रवाई भी की जाएगी.
इसी क्रम में रविवार की रात प्रशिक्षु डीएसपी डॉ प्रशांत देवांगन एवं यातायात प्रभारी जयराम चेरमाको, गांधीनगर थाना प्रभारी कलीम खान द्वारा संयुक्त कार्रवाई करते हुए अम्बिकापुर शहर के घड़ी चौक, गांधी चौक, चौपाटी के पास पुलिस टीम द्वारा बुलेट मोटरसाइकिल के 14 वाहन पकड़े गए. जिसमें से 5 बुलेट के साइलेंसर अमानक और तेज आवाज वाले पाए गए. पुलिस ने ज्यादा आवाज वाले बुलेट के साइलेंसरो को निकलवाकर जब्त किया और चालानी कार्रवाई कर सख्त हिदायत दी गई. इसके बाद संयुक्त पुलिस टीम सरकारी शराब दुकानों के पास पहुंची. जहां कई लोग खुलेआम शराब पीते हुए मिले. शराब पीने वालों के खिलाफ 2 मामलों में 7 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
गौरतलब है कि अम्बिकापुर शहर में लंबे समय से बुलेट राजाओं की मनमानी सिर चढ़कर बोल रही थी. कुछ युवा बुलेट में तेज आवाज वाले साइलेंसर लगवाकर उसे अपने प्रतिष्ठा और धौंस के रूप में देखने लगे थे और शहर में बेखौफ वाहन दौड़ाते थे. वही बुलेट की तेज आवाज से परेशान शहर की जनता ने इस मामले की शिकायत सरगुजा एसपी भावना गुप्ता से की. तब एसपी ने ऐसे बुलेट वाहनों पर कार्रवाई के लिए प्रशिक्षु डीएसपी डॉ प्रशांत देवांगन को जिम्मेदारी सौंपी.
जिसके तहत कोतवाली थाना अम्बिकापुर, गांधीनगर थाना और यातायात पुलिस द्वारा तेज आवाज वाले बुलेट वाहनों पर नकेल कसी जा रही है. इसके अलावा अम्बिकापुर के सरकारी शराब दुकानों के आसपास बैठकर शराब पीना परंपरा बनती जा रही थी. इससे शराब पीने के बाद लड़ाई, झगड़े के लगातार मामले सामने आ रहे थे. इसके मद्देनजर इन दिनों रोज शराब दुकानों के आसपास पुलिस दबिश दे रही है. और खुले में शराब पीने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
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