Chhattisgarh Leopard News: छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में पिछले 38 दिनों से आतंक मचाने वाले तेंदुए को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया है जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली है. दरअसल, तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने जंगल में पिंजरे के अंदर मुर्गा रखा और बीती रात आदमखोर तेंदुआ मुर्गा खाने के चक्कर में पिंजरे में फंस गया. बता दें कि, यह तेंदुआ 10 दिसंबर से मनेंद्रगढ़ वनमण्डल के जंगलों में विचरण कर रहा था. 


इस आदमखोर तेंदुए ने तीन इंसानों को भी अपना शिकार बनाया और एक 8 साल के बालक को बुरी तरह घायल कर दिया. फिलहाल, तेंदुए के पिंजरे में फंसने के बाद वनक्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है. अब तेंदुए को कानन पेंडारी बिलासपुर भेजा जाएगा.


तेंदुए ने ली 2 लोगों की जान, बच्चे को किया जख्मी
दरअसल, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के जनकपुर और कुंवारपुर वनपरिक्षेत्र में दिसंबर महीने में एक आदमखोर तेंदुए ने दस्तक दी थी. जो शाम के समय में ही जंगल से निकलकर ग्रामीण इलाको में शिकार की तलाश में भटकता रहता था. इस तेंदुए ने सबसे पहले गधौरा गांव ने जंगल गई एक महिला को अपना शिकार बनाया, इसके बाद सिंगरौली गांव में एक महिला की जान ले ली. वहीं रविवार को जनकपुर निवासी अधेड़ रनबदन अपने खेत में रखवाली कर रहा था. उसपर भी हमला कर उसकी जान ले ली थी. इसके अलावा तेंदुए ने घर के बाहर खेल रहे एक 8 साल के बालक की गर्दन को पकड़कर जंगल की ओर जाने का प्रयास किया था, इस घटना में बालक के गर्दन में गंभीर चोंट आई. जिसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया.


मुर्गे के लालच में पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ
बता दें कि, जनकपुर और कुंवारपुर वनपरिक्षेत्र में आतंक मचा रहे आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने जंगल में दो पिंजरे लगाए थे. पहले तो तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे में बकरा बांधा गया था. लेकिन इसके बाद भी तेंदुआ पकड़ में नहीं आया. इसके बाद वन विभाग ने प्लान चेंज करते हुए पिंजरे में मुर्गा बांधा और यह उपाय कारगर साबित हुआ. बीती रात तेंदुआ मुर्गा खाने के लालच में पिंजरे में घुसा और बंद हो गया. अब वनक्षेत्र की बस्तियों में रहने वाले वासियों ने राहत की सांस ली है, क्योंकि पिछले सप्ताह भर से तेंदुए ने हमलों की रफ्तार तेज कर दी थी और ज्यादातर गांव के आसपास भटकता रहता था. 


तेंदुए को भेजा जाएगा कानन पेंडारी बिलासपुर


38 दिन बाद तेंदुए के पिंजरे में फंसने के बाद वन विभाग ने राहत की सांस ली है और अब तेंदुए को कानन पेंडारी बिलासपुर भेजे जाने की तैयारी की जा रही है. बता दें कि तेंदुए के लगातार बढ़ते हमलों को लेकर क्षेत्रीय विधायक गुलाब कमरों ने वन मंत्री मो. अकबर को पत्र लिखकर तेंदुए के आतंक से क्षेत्र के लोगों को मुक्ति दिलाने की मांग रखी थी. इसपर वनमंत्री अकबर ने उचित पहल करने का आश्वासन दिया था.


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