Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में संयुक्त संचालक ऑफिस में सहायक संपरीक्षक अधिकारी बन जॉइनिंग करने आए एक व्यक्ति को संयुक्त संचालक और ऑफिस के स्टाफ ने वेलकम पार्टी देने के बाद पुलिस बुलाकर जेल भिजवा दिया है. दरअसल संयुक्त संचालक ने सहायक संपरीक्षक अधिकारी पर फर्जी जॉइनिंग लेटर लाकर जगदलपुर में जॉइनिंग करने का आरोप लगाया है. कोतवाली पुलिस ने संयुक्त संचालक एसएस तांडेय की शिकायत पर फर्जी अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आरोपी को अपने हिरासत में ले लिया है.


वेलकम पार्टी देने के बाद बुलाई पुलिस


दरअसल बस्तर जिले के संयुक्त संचालक ऑफिस में असिस्टेंट ऑडिटर के पोस्ट पर बादल गुप्ता नामक एक व्यक्ति पहुंचा. उसने अपना जोइनिंग लेटर दिखाकर बकायदा असिस्टेंट ऑडिटर के पोस्ट पर जॉइनिंग कर ली. इस दौरान खुद संयुक्त संचालक और ऑफिस के स्टॉफ ने असिस्टेंट ऑडिटर को वेलकम पार्टी दी. साथ ही  साथ ही उसे  लंच भी कराया. लेकिन कुछ ही देर बाद पता चला कि बादल गुप्ता जिस लेटर को लेकर जॉइन करने पहुंचा हुआ था. वह लेटर पूरी तरह से फर्जी है. गुप्ता फर्जी अधिकारी बन जॉइनिंग के लिए पहुंचा हुआ था.  जानकारी मिलने के बाद तुरंत संयुक्त संचालक ने कोतवाली पुलिस को इसकी सूचना दी. जिसके बाद पुलिस ऑफिस पहुंची और बादल गुप्ता  को हिरासत में लेकर अपने साथ थाने ले गई . 


पुलिस ने संयुक्त संचालक एसएस तांडेय की शिकायत पर बादल गुप्ता के खिलाफ धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. शिकायत में कहा गया है कि दल्लीराजहरा का निवासी बादल गुप्ता ने  फर्जी नियुक्ति आदेश पत्र तैयार करवाया. इतना ही नहीं उसने उस आदेश पत्र को असली बताकर असिस्टेंट ऑडिटर के पद पर नियुक्ति पाने के लिए धोखाधड़ी की. बादल गुप्ता के द्वारा दिए गए जॉइनिंग लेटर के आदेश के संबंध में संचालनालय रायपुर से जगदलपुर संयुक्त संचालक ऑफिस को कोई भी दस्तावेज नहीं भेजा गया था. नवा रायपुर में संचालनालय छत्तीसगढ़ राज्य संपरीक्षा से जब इस बात की जानकारी ली गई तो पता चला कि ऐसा आदेश जारी ही नहीं किया गया है.


बादल गुप्ता ने अपने आप को बताया निर्दोष


इधर बादल गुप्ता ने अपने आप को निर्दोष बताया है. उसका कहना है कि पीएससी फाइट करने के बाद उसे यह नौकरी मिली है और बकायदा संचालनालय के मुख्य अधिकारी ने उन्हें बस्तर जिले में जॉइनिंग करने को कहा था. उसके पास इससे संबंधित जॉइनिंग लेटर भी है. लेकिन अब उसे फर्जी कैसे बताया जा रहा है. यह समझ से परे है. ,बादल गुप्ता ने अपने आप को बेकसूर बताते हुए पुलिस से मामले की जांच करने की बात कही है. उसने पुलिस पर भी एफआईआर दर्ज करने की जल्दबाजी का आरोप लगाया है. फिलहाल इस मामले में पुलिस बादल गुप्ता पर एफआईआर दर्ज करने के बाद अब उसे जेल भेजने की तैयारी कर रही है. वहीं बादल गुप्ता के परिजनों ने  पुलिस से और संयुक्त संचालक से पूरे मामले कि जांच करने के बाद ही आगे की कार्यवाही करने का निवेदन किया है.


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