Surguja News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा में एक निजी अस्पताल में महिला नगर सैनिक की इलाज के दौरान मौत हो गई. इससे गुस्साए मृतका के परिजनों ने डॉक्टर की लापरवाही से मौत होना बताकर अस्पताल में जमकर हंगामा किया. इस मामले की जानकारी मिलने पर तत्काल पुलिस और प्रशासन के अधिकारी अस्पताल पहुंचे और परिजनों को समझाया अधिकारियों द्वारा यह आश्वासन दिया गया है कि मामले की जांच की जा रही है. 


दरअसल, कोरिया जिले के चिरमिरी निवासी नगर सैनिक अंजना जायसवाल गर्भवती थी, जो समय-समय पर जांच के लिए अम्बिकापुर के परिडा नर्सिंग होम में आती थी. जहां 10 दिन पहले नर्सिंग होम में डॉक्टर ने बताया कि उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को आहार की आपूर्ति नहीं हो रही है, उसे गर्भपात कराना होगा. जिसके बाद डॉक्टर ने महिला को 26 अप्रैल को अस्पताल बुलाया था. इस पर महिला बुधवार को अपने परिजनों के साथ नर्सिंग होम पहुंच गई.


दर्द के कारण बेहोश कर इलाज का निर्णय
डॉक्टरों द्वारा गर्भपात के दौरान होने वाले दर्द को सहन नहीं कर पाने के कारण महिला को बेहोश कर गर्भपात करने का निर्णय लिया गया. महिला को दोपहर के वक्त इलाज के लिए ले जाया गया. इधर परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर ने उन्हे बताया कि मरीज की तबियत ज्यादा खराब है, लेकिन तब तक प्रशासन की टीम आ गई. इसके बाद उन्हें पता चला कि अंजना की मौत हो चुकी है. परिजनों को जैसे ही अंजना के मौत हो जाने की जानकारी मिली तो डॉक्टरों के प्रति उनका गुस्सा फुट पड़ा और अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया. परिजनों ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.


घर से खुद चलकर आई थी महिला
मृतका के परिजन रामकुमार जायसवाल ने बताया कि अंजना जायसवाल दो-ढाई महीने की प्रेग्नेंट थी. इनका पहले से ट्रीटमेंट यही चल रहा था. अभी 10 दिन पहले यहां लाए थे तो डॉक्टर ने बताया कि मां जो खाना खा रही है वो बच्चे तक नहीं पहुंच रहा है. इसलिए गर्भपात करना पड़ेगा. इसके बाद 10 दिन बाद आने के लिए कहा. कल डॉक्टर से बात हुई तो डॉक्टर फिर अंजना जायसवाल को अंदर लेकर गए थे. डॉक्टर्स ने कहा कि महिला को बेहोश करके ही अबॉर्शन किया जा सकता है. उन्होंने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोर लगाया है. रामकुमार ने कहा कि अंजना खुद घर से चलकर आई थी, सब कुछ ठीक था. डॉक्टर की लापरवाही की वजह से ये घटना हुई है. 


सीने में दर्द के बाद कम होने लगा बीपी पल्स
इस मामले पर नर्सिंग होम के संचालक डॉ. राजेंद्र परिडा ने बताया कि अंजना नाम के पेशेंट का डीएमसी हुआ. डीएमसी के समय ठीक ठाक हो गया था. इसके बाद उन्हें सीने में दर्द की शिकायत हुई. उनका अचानक बीपी और पल्स कम होने लगा. उनको रिवाइव करने की बहुत कोशिश की, लेकिन उन्हें बचा नहीं सके.
 
पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के बाद होगी आगे की कार्रवाई
अंबिकापुर कोतवाली प्रभारी भारद्वाज सिंह ने बताया कि डॉक्टर द्वारा हमें लिखित सूचना दी गई है कि अंजना जायसवाल चिरमिरी की रहने वाली थी. उनका कहना है कि पेट में बच्चा था और उसको यहां ट्रीटमेंट कराने आए थे. आज इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इसमें सबसे पहले मृतका का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.


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