पिछले 4 दशकों से नक्सलवाद का दंश झेल रहे छत्तीसगढ़ के बस्तर में कुछ सालों से लगातार अंदरूनी इलाकों में पुलिस की पहुंच से नक्सली बैकफुट पर नजर आ रहे हैं. बीते 4 सालों में बस्तर पुलिस को नक्सल ऑपरेशन में कई बड़ी सफलताए हासिल हुई है और इन उपलब्धियों के वजह से ही बस्तर संभाग के अंतर्गत आने वाले 7 जिलों में आज से 4 साल पहले की स्थिति में यहां कुल 2710 नक्सल प्रभावित गांव थे लेकिन 4 सालों में लगभग 600 गांव नक्सलियों के प्रभाव से मुक्त हुए हैं, और इन गांव में करीब 2 दशक के बाद 400 से ज्यादा स्कूलों को दोबारा शुरू किया गया है.
दरअसल गांव में नक्सलियों की मौजूदगी रहने की वजह से यहां कभी पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन की टीम नहीं पहुंच पाई थी, लेकिन बीते 4 सालों में बस्तर के आईजी ने दावा किया है कि 600 गांव पूरी तरह से नक्सल मुक्त हुए हैं और अब इन गांवों तक विकास कार्य भी पहुंचाये जा रहे हैं.
पुलिस के इन अभियानों के चलते मिल रही सफलता
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि बस्तर पुलिस अपनी त्रिवेणी कार्य योजना विकास ,विश्वास और सुरक्षा के तहत बीते कुछ सालों से काम कर रही है. बस्तर के नक्सल प्रभावित इलाकों में खासकर ग्रामीणों को अपने विश्वास में लाने के लिए पुलिस 10 से भी ज्यादा ऐसे अभियान चला रही है जिसके जरिए वह ग्रामीणों से सीधे कनेक्ट हो पा रहे हैं और ग्रामीण नक्सलियों का साथ न देकर पुलिस का साथ दे रहे है. पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियानों में आमचो बस्तर आमचो पुलिस, पूना नार्कोम, पूना वेश, मावा पुलिस केतूल, लोन वर्रा टू, निया नार निया पुलिस, आमचो पुलिस आम्चो संगी, मनवा नवा नार, मावा गिरधा कोंडानार और बस्तर ता माटा इस तरह के अभियान कि चलाकर पुलिस को काफी सफलता मिल रही है.
पुलिस का मानना है कि इस तरह के अभियान से वे ग्रामीणों का दिल जीत पाए और उनके गांवो को नक़्सलमुक्त बनाये. बस्तर आईजी का दावा है कि इन अभियान के तहत बीते 4 सालों में पुलिस को काफी सफलता भी मिली है, यही वजह है कि बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों के कुल 2710 ग्रामों में से 600 गांव को नक्सल मुक्त गांव किया गया है.
इतने गांवों को नक्सल मुक्त करने का संकल्प
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि इस नए साल में भी नक्सलियों के कब्जे में मौजूद 2100 गांवो को भी नक्सल मुक्त करने के लिए पुलिस इन गांवो तक पहुंचने के लिए जगह-जगह नए पुलिस कैंप स्थापित कर रही है, बीते 4 सालों में 54 नए कैंप खोले गए है. आईजी ने दावा किया है कि आने वाले 2 सालों में बाकी बचे 2100 गांव भी पूरी तरह से नक्सल मुक्त होंगे, और इन गांवों में करीब 4 दशक बाद विकास कार्य पहुंच सकेगा.
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