Kanker News: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है. अंतागढ़ पुलिस ने 25 लाख के इनामी नक्सली प्रभाकर राव उर्फ बालमुरी नारायण राव को गिरफ्तार किया है. प्रभाकर राव नक्सली संगठन में पिछले 40 सालों से सक्रिय रहकर काम कर रहा था.
छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश पुलिस को लंबे समय से प्रभाकर राव की तलाश थी. फिलहाल इनामी नक्सली उत्तर सब जोनल ब्यूरो में रसद सामान और मोबाइल पॉलिटिकल स्कूल टीम का इंचार्ज था. प्रभाकर राव कई बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल रहा है.
चार राज्यों का वांटेड नक्सली आखिरकार कांकेर में अंतागढ़ पुलिस के हत्थे चढ़ गया. जानकारी के मुताबिक प्रभाकर राव इलाज कराने के लिए अंतागढ़ पहुंचा था. पुलिस को मुखबिर से इनामी नक्सली के आने की सूचना थी. सूचना मिलने के बाद जवानों की टीम ने घेराबंदी कर प्रभाकर राव को गिरफ्तार कर लिया.
पूछताछ के बाद पुलिस ने इनामी नक्सली को अदालत में पेश किया. सोमवार को अदालत ने जेल भेजने का फैसला सुनाया. इनामी नक्सली मुख्य रूप से ताड़मेटला, कसालपाड़, टाहकवाड़ा और कसालपाड़ हमले में शामिल रहा है. सुकमा जिले के ताड़मेटला में देश का सबसे बड़ा नक्सली हमला हुआ था. नक्सली हमले में 76 जवानों की शहादत हुई थी. प्रभाकर राव की गिरफ्तारी नक्सल संगठन के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है.
40 वर्षों से माओवादी संगठन में था सक्रिय
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि बीते कुछ सालों से नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन में लगातार जवानों को सफलता प्राप्त हो रही है. ऑपरेशन से बड़े नक्सली लीडर भी पूरी तरह बिखर गए हैं. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि माओवादी संगठन में सब जोनल कमेटी मेंबर प्रभाकर राव इलाज कराने के लिए अंतागढ़ पहुंचा हुआ है. सूचना मिलने के तुरंत बाद जवानों ने प्रभाकर राव को पहचान कर गिरफ्तार कर लिया.
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में प्रभाकर राव के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. प्रभाकर राव माओवादी संगठन में केंद्रीय कमेटी सचिव गणपति का चचेरा भाई भी है. सेंट्रल कमेटी सचिव बसवाराजु सीसीएस रामचंद्र रेड्डी उर्फ राजू देवजी उर्फ कुमा दादा, कोसा, सोनू मल्लाराजा रेड्डी उर्फ संग्राम से प्रभाकर राव के काफी करीबी संबंध हैं.
एंटी नक्सल ऑपरेशन को मिली सफलता
छत्तीसगढ़ पुलिस ने प्रभाकर राव पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. प्रभाकर राव की गिरफ्तारी से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है. पूछताछ के दौरान प्रभाकर राव से माओवादी संगठन के बारे में कई अहम जानकारी भी मिली है. जानकारी के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी. आईजी के मुताबिक प्रभाकर राव बीते 40 सालों से माओवादी संगठन में सक्रिय रहा है. उसकी पत्नी डीवीसी सदस्य राजे कांगे रावघाट एरिया कमेटी की प्रभारी है. उन्होंने बताया कि एक साल के दौरान अब तक 884 माओवादियों को गिरफ्तार करने में बस्तर पुलिस को सफलता हासिल हुई है.
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