Chhattisgarh Election 2023: 12 लोगों के लिए छत्तीसगढ़ के कांटो में बना पोलिंग बूथ, फिर भी वोटिंग का बहिष्कार, क्यों?
Chhattisgarh Elections 2023: छत्तीसगढ़ के कांटो गांव के 12 मतदाताओं ने मतदान देने को तैयार नहीं है.उनका कहना है कि हमारे वोट का कोई मूल्य नहीं है. चुनाव के बाद उनको कोई पूछने तक नहीं आता है.
Chhattisgarh Assembly Election 2023: कोरिया में सिर्फ 12 मतदाताओं के लिए चुनाव आयोग ने मतदान केंद्र बनाया है. पर इस बार यहां के मतदाता मत देने को तैयार नहीं हैं. वो इसका बहिष्कार कर रहे हैं. उनका कहना है कि उन्हें अब तक मूलभूत सुविधाएं बिजली सड़क पानी तक मुहैया नहीं हुई है तो वो वोट क्यों करें. कोरिया जिले के सोनहत विकासखंड के ग्राम पंचायत कचोहर के आश्रित ग्राम कांटो में 12 मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र बनाया गया है.
पहली बार इस गांव में कैमरा पहुंचा है. कांटो मतदान केंद्र भरतपुर सोनहत विधानसभा का केंद्र क्रमांक 139 है. वर्ष 2008 में परिसीमन के बाद इस केंद्र का निर्माण किया गया. पहले 11 मतदाता थे अब 12 हो गए हैं. जिला प्रशासन ने चुनाव की तैयारी पूरी कर ली है. यहां पोलिंग टीम दो दिन पहले पहुंच जाती है. चुनाव सामग्री ट्रैक्टर के मार्फत भेजा जाता है.
इस गांव में हैं केवल 12 मतदाता
कांटो गांव में कुल 12 मतदाता हैं. सभी गुर्जर हैं. इस गांव में कुल 3 घर है. जिसमे रघुबीर, उनकी माता भगवती, मानमती,पुत्र आशुतोष और हरिहर, जिरजोधन, होरीलाल और उनकी पत्नी गोमती जो यहां की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं, इसके अलावा गुलाब और उनकी पत्नी कविता और कामता और उनकी पत्नी बन्ना यहां के निवासी हैं.
कांटो गांव के निवासी मूलभूत सुविधाओं के रहने को मजबूर है. गांव की महिला भगवती का कहना है कि उनके गांव में बोर नही है पीने के पानी के लिए उन्हें नाले के पानी का उपयोग करना पड़ता है. बिजली नहीं है जो सौर ऊर्जा की लाइट दी गई थी वो खराब हो चुकी है. सड़क तो है ही नहीं. वहीं महिला कविता का कहना है कि उन लोगो को काम नही मिलता है. पीने के पानी तक के लिए उन्हें कई परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है.
शासन की योजनाएं यहां तक नही पहुंच रही है. जिरजोधन का कहना है कि उन्होंने बीजेपी-कांग्रेस दोनों को देखा पर हमारे वोट का मूल्य क्या है, चुनाव में बस उनकी सुध ली जाती है बाकी समय कोई उनको पूछने नहीं आता है. यही कारण है उन्होंने इस बार वोट नहीं करने का निर्णय लिया है.
जिला मुख्यालय से 90 किमी है दूरी
कांटो गांव जिला मुख्यालय बैकुंठपुर से 90 किमी दूर स्थित है. यहां पहुंचने के लिए 35 किमी. जंगल की पगडंडियों के साथ उबड़-खाबड़ रास्तों से होकर जाना होता है. यहां दूर-दूर तक कोई इंसान नजर नहीं आता है. बिना किसी ग्रामीण की मदद से यहां पहुंचना बेहद मुश्किल है.
नहीं आई है कोई शिकायत, टीम भेज कर पता लगायेंगे- कलेक्टर
कोरिया के कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार लंगेह ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि मतदान के बहिष्कार को लेकर उन तक कोई शिकायत नहीं आई है. फिर भी आप बता रहे हैं तो टीम कांटो भेजी जाएगी. उनकी जो भी समस्या है उनका निदान करने की कोशिश की जाएगी. जो अभी नहीं हो सकेंगी उन्हें आचार संहिता खत्म होने के बाद पूरी की जाएंगी.
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