Chhattisgarh Election 2023: बीजेपी से टिकट न मिलने पर नाराज हुए पूर्व विधायक, कहा- 'टिकट चाहे किसी को भी मिला हो...'
Chhattisgarh Elections 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की तरफ से टिकट नहीं मिलने पर कई पूर्व विधायक बगावती तेवर दिखा रहे हैं. वह अपने ही पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ मोर्चा खोल दिए हैं.
Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा होने के बाद जिनको टिकट नहीं मिला है अब वह नेता बगावती तेवर दिखाने लगे हैं. कुछ ऐसा ही नजारा छत्तीसगढ़ के अहिवारा विधानसभा सीट से पूर्व बीजेपी विधायक सांवलाराम डहरे को टिकट नहीं मिलने से उन्हीं के पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उनका दावा है कि टिकट चाहे किसी को भी मिला हो लेकिन पार्टी उनके नाम पर ही बी फार्म देगी.
अहिवारा विधानसभा से बीजेपी ने डोमनलाल कोर्सेवाड़ा को दिया है टिकट
दरअसल बीजेपी (BJP) ने अहिवारा विधानसभा (Ahiwara) सीट से इस बार चुनावी मैदान में अपने उम्मीदवार के तौर पर डोमन लाल कोर्सेवाड़ा को टिकट दिया है. डोमनलाल कोर्सेवाड़ा एक बार अहिवारा विधानसभा सीट से चुनाव जीत भी चुके हैं. इस बार पार्टी ने उन्हें फिर अहिवारा विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. डोमेन लाल कोर्सेवाड़ा और कांग्रेस के उम्मीदवार निर्मल कोसरे के बीच सीधी टक्कर होगी.
पूर्व विधायक ने अपने ही पार्टी के प्रत्याशी को कहा कांग्रेस से मिले हुए हैं
इधर डोमेन लाल कोर्सेवाड़ा को टिकट दिए जाने पर पूर्व विधायक सांवलाराम डहरे बगावती तेवर दिखाने लगे हैं. डहरे अपने ही पार्टी के प्रत्याशी को अयोग्य होने की बात कह रहे हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बीजेपी ने जिस डोमन लाल कोर्सेवाड़ा (Doman Lal Korsewada) को अपना उम्मीदवार बनाया है वह बूढ़े हो गए हैं और कई बीमारियों से ग्रस्त है, वे कांग्रेस से मिले हुए हैं, वह कितना भी प्रचार प्रसार कर लें, लेकिन बी फार्म तो मैं ही भरूंगा. इसका मतलब यह है कि सांवलाराम डाहरे यह कह रहे हैं कि बीजेपी पार्टी उन्ही के नाम से बी फॉर्म देगी.
बीजेपी प्रत्याशी ने कहा आरोप निराधार
इधर बीजेपी प्रत्याशी डोमन लाल कोर्सेवाड़ा ने पूर्व विधायक संवराराम डहरे के बयान पर कहा कि मैं बीजेपी का कार्यकर्ता हूं मैं किसी के खिलाफ कोई विरोध में काम नहीं किया हूं, जब मुझे टिकट नहीं मिला था तो मैं 10 साल शांत वातावरण में अपने कार्यकर्ताओं के बीच में बिताया हूं. सावलाराम डहरे जो आरोप लगा रहे हैं वह निराधार और झूठा है.