Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव नजदीक है. चुनाव को देखते हुए कांग्रेस (Congress)और बीजेपी (BJP) का चुनावी अभियान भी तेज हो गया है. छत्तीसगढ़ में बीजेपी महा जनसंपर्क अभियान चला रही है. वहीं कांग्रेस भी संभागीय सम्मेलन कर रही है, लेकिन इन सबके बीच राज्य में बीजेपी की टिफिन पॉलिटिक्स की चर्चा भी जोरों पर है. साथ ही इसपर राजनीति भी तेज हो गई है


दरअसल बीजेपी ने कार्यकर्ताओं के साथ मजबूत जुड़ाव और बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच की दूरी को कम करने के लिए बड़ा ही रोचक प्लान बनाया है. बीजेपी नेता अब अपने कार्यकर्ताओं को मीटिंग के बाद रेस्टोरेंट का खाना खिलाने के जगह घर से टिफिन मगाएंगे और साथ में खाना खाएंगे.  इसका पहला नजारा 13 जून को राजनांदगांव (Rajnandgaon) के गायत्री विद्यापीठ में आयोजित बीजेपी के मीटिंग में देखने को भी मिला. यहां बीजेपी ने प्रदेश प्रभारी ओम माथुर (Om Mathur), डॉ रमन सिंह (Raman Singh) और प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव (Arun Sao) की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं के लिए टिफिन भोजन कार्यक्रम रखा गया. 


ओम माथुर ने कार्यकर्ताओं से क्या कहा
इस दौरान ओम माथुर ने कार्यकर्ताओं से कहा कि "बीजेपी एक व्यक्ति या एक परिवार की बनी  हुई पार्टी नहीं है,बल्कि इसे आप जैसे सैकड़ों- हजारों लोगों ने मिलकर बनाया है. आप जैसे कार्यकर्ताओं की मेहनत के बल पर ही आज बीजेपी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है. उन्होंने कहा "आज मैं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ उनके अनुभव को सुन रहा था तो मुझे महसूस हुआ कि किस तरह से हम भी भारत मां की सेवा के लिए पार्टी में लगातार लगे रहते थे. कठिन संघर्ष करके त्याग तपस्या के बल पर हमने पार्टी का कार्य किया."


CM भूपेश बघेल ने ली अभियान पर चुटकी
साथ ही माथुर ने बताया कि केंद्रीय समिति की बैठक में तय किया गया कि वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ टिफिन भोजन से हम वापस उन दिनों को याद करें और उनके उर्जा और अनुभव को ग्रहण करते हुए पार्टी को और ऊंचाइयों में ले जाएं. वहीं बीजेपी के इस अभियन पर कांग्रेस ने चुटकी ली है. कांग्रेस ने दावा करते हुए कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता इस अभियान से नाराज है. वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "क्या अभी तक पुराने टिफिन रखे हैं. अब यह स्थिति हो गई है कि बीजेपी नेता अपने कार्यकर्ताओं को खाना तक नहीं खिला रहे हैं."


धनंजय सिंह ठाकुर ने क्या कहा
वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा  "भाजपा ने रायपुर के धरसीवा विधानसभा में कार्यकर्ताओं को टिफिन लेकर बैठक में बुलाया था. लेकिन कार्यकर्ताओं ने बढ़ती महंगाई के कारण टिफिन लाने से इंकार कर दिया है. इसलिए धरसीवां में बीजेपी ने अपने कार्यकर्ताओं को रेस्टोरेंट में खाना खिलाया.अब तो बीजेपी के नेताओं को शर्म आनी चाहिए और जनता की परेशानी समझनी चाहिए." कांग्रेस के बयान पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने पलटवार किया है. मंगलवार को अरुण साव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हर राजनीतिक दल को अपने अभियान और कार्यक्रम करने का अधिकार है. 


उन्होंने कहा कि हम अपने कार्यकर्ताओं के साथ सामूहिक रूप से बैठकर भोजन करेंगे. आपस में चर्चा करेंगे. यह हमारे कार्यक्रम का हिस्सा है. जब एक साथ भोजन करते हैं, तो आपस में जो बातचीत होती है उसका बड़ा महत्व होता है. इससे कांग्रेस के पेट में दर्द होना स्वाभाविक है, क्योंकि आज छत्तीसगढ़ की जनता कांग्रेस से नाराज है. जनता कांग्रेस से दूर जा चुकी है. बता दें बीजेपी के टिफिन भोजन कार्यक्रम के तहत कार्यकर्ताओं को बड़े नेताओं के द्वारा भोजन भी परोसा जाता है. टिफिन भोजन परोसने की व्यवस्था में महिला मोर्चा को भी काम में लगाया जाता है. साथ ही युवा मोर्चा के कार्यकर्ता भी व्यवस्था में लगे रहते हैं.


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