Chhattisgarh Election 2023: चुनाव में सीएपीएफ 150 कंपनियां रहेंगी तैनात, मुख्य सचिव ने ली अहम बैठक
Chhattisgarh Elections News: मुख्य सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में आगामी विधानसभा चुनाव संबंध में अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक में अधिकारियों को चुनाव को लेकर जरुरी निर्देश दिए गए.
Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में होने वाले विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है. साथ ही छत्तीसगढ़ प्रशासन भी शांति पूर्ण चुनाव की कराने की तैयारियों में जुट गया है. आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली और कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए.
मुख्य सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में मंत्रालय महानदी भवन में आगामी विधानसभा चुनाव संबंध में अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक में अधिकारियों को आगामी विधानसभा चुनाव में आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए निर्देश दिए गए हैं. आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान केन्द्रीय सशक्त पुलिस बल (Central Armed Police Forces) तैनात किए जाएंगे. इनके लिए सभी बुनियादी जैसे आवास, परिवहन, राशन, पेयजल जलपूर्ति, स्वास्थ्य दवाई, इलाज, मोबाईल, टायलेट, बांस बल्ली सहित अन्य आवश्यकताओं के लिए विभिन्न विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.
चुनाव में सीएपीएफ 150 कंपनियां रहेंगी तैनात
मुख्य सचिव ने चुनाव काम के लिए होम गार्ड, फॉरेस्ट गार्ड और कोटवारों की उपलब्धता के संबंध में आवश्यक कार्यवाई सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं. बैठक में छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा भी मौजूद थे. बैठक में बताया गया कि विधानसभा चुनाव के लिए सीएपीएफ की करीब 150 कम्पनियां जल्द ही छत्तीसगढ़ आने वाली हैं. वहीं विधानसभा चुनाव के लिए अधिकारियों ने बताया कि राज्य के विभिन्न जिलों में करीब 6996 होम गार्ड बल उपलब्ध हैं. इनमें से करीब 3115 होम गार्ड्स की डयूटी विधानसभा चुनाव में लगाई जाएगी.
बता दें वीडियो कॉन्फ्रेंस में आयोजित इस बैठक में लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले, सचिव शिक्षा डॉ. एस भारती दासन, गृह विभाग के सचिव अरूण देव गौतम, राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव एनएन एक्का, खाद्य विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा सहित परिवहन, लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, वन, नगरीय प्रशासन और ऊर्जा विभाग सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.