Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ के चुनाव में क्या BJP और कांग्रेस का हिंदुत्व कार्ड? अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी फ्री का वादा
Chhattisgarh BJP Congress Manifesto: बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में हिंदुत्व का असर दिखाया है. उसी तरह कांग्रेस ने भी हिंदुत्व को छूते हुए अपना घोषणा पत्र जारी किया है.
Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. दोनों ही पार्टी की घोषणा पत्र एक दूसरे लगभग मिलती जुलती है. दोनों पार्टियों ने किसानों पर सबसे बड़ा दांव लगाया है. बीजेपी ने किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदी का वादा किया और कांग्रेस ने 3200 रुपए प्रति क्विंटल में धान खरीदी का वादा किया है.
इसके साथ ही राज्य की महिला वोट बैंक भी साधने की कोशिश की है. इसके अलावा जो लोगों को हैरान करने वाली घोषणा है जो चर्चा का विषय बना हुआ है. चलिए उसके बारे में आपको बताते है.
छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं को अयोध्या में राम लल्ला के दर्शन कराएगी बीजेपी
दरअसल, बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में हिंदुत्व का असर दिखाया है. उसी तरह कांग्रेस ने भी हिंदुत्व को छूते हुए अपना घोषणा पत्र जारी किया है. बीजेपी ने अयोध्या में बन रहे राम लल्ला के मंदिर से जोड़ते हुए छत्तीसगढ़ के लोगों को राम लल्ला दर्शन योजना लागू करने का वादा किया है.उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है और ननिहाल के लोग अयोध्या आसानी से जाए इसकी हम व्यवस्था करेंगे.
दूसरी तरफ कांग्रेस ने शहरी क्षेत्रों में अंतिम संस्कार के लिए लोगो को फ्री में लकड़ी उपलब्ध कराने का वादा किया है. कांग्रेस ने कहा है कि शहरों में लड़की के लिए जूझना पड़ता है.
चुनाव प्रचार के दौरान हिंदुत्व को लेकर बयानबाजी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कवर्धा को काशी बताया है. उन्होंने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कवर्धा में शरारतन अकबर जैसे व्यक्ति को बैठा दिया, जिसे आपकी आस्था विकास से मतलब नहीं. उसके संरक्षण में वे तत्व फलते फूलते है जो आस्था के प्रतीक भगवा झंडा को रौंदने का कार्य करते है. यहां बीजेपी सरकार होती तो ऐसा दुस्साहस नहीं होती.
योगी के बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि आदित्यनाथ जी अपने नाम के आगे योगी लिखते हैं और एक आसन ठीक से कर नहीं पाते.आसन कर ले फिर योगी कहलाए और फिर बात करे. जो उत्तर प्रदेश में हो रहा है वह छत्तीसगढ़ में नहीं हो रहा है वहां किसान अपने धान 1200 में बेच रहे हैं, पहले उनकी स्थिति सुधार ले. गौ माता के भक्त बनते हैं.
छत्तीसगढ़ और अयोध्या का क्या रिश्ता है?
आपको बता दें कि रामायण काल में छत्तीसगढ़ को दक्षिण कौशल के नाम से जाना जाता था. राजा दशरथ ने दक्षिण कौशल के राजा भानुमंत की बेटी कौशल्या से विवाह किया. इसके बाद अयोध्या और दक्षिण कौशल का रिश्ता जुड़ गया. छत्तीसगढ़ को भगवान राम का ननिहाल माना गया. इसके पीछे आधार ये है कि देश में एकमात्र कौशल्या माता मंदिर छत्तीसगढ़ में है.
राजधानी रायपुर से 27 किलोमीटर दूर चंद्रखूरी में माता का मंदिर है. जहां माता कौशल्या के गोद में राम लल्ला बैठे है. इस लिए छत्तीसगढ़ भगवान राम को भांजा राम की तरह मानता है.