Chhattisgarh Election 2023: जय बनाम लखन की टक्कर, इस हाई प्रोफाइल सीट पर टिकी सबकी नजरें
Chhattisgarh Assembly Election 2023: कांग्रेस ने चौथी बार कोरबा विधानसभा सीट से जयसिंह अग्रवाल को मैदान में उतारा है. पार्टी ने उन्हें कोरबा की सीट पर पंजा की पकड़ मजबूत करने की जिम्मेदारी सौंपी है.
Korba News: छत्तीसगढ़ के कोरबा विधानसभा सीट पर जयसिंह अग्रवाल और लखन लाल देवांगन के बीच मुकाबला तय हो गया है. कोरबा जिले की इस हाई प्रोफाइल सीट पर बीजेपी की पहली सूची जारी होने के साथ ही जय बनाम लखन की टक्कर की चर्चा होने लगी थी. रविवार को कांग्रेस की पहली सूची जारी होते ही इस मुकाबले पर मुहर लग गई. वर्ष 2003 में परिसीमन के बाद कोरबा सीट के अस्तित्व में आया था. जिसके बाद से कोरबा में 2008, 2013, 2018 में विधानसभा चुनाव हुए हैं. इन तीन चुनाव में कांग्रेस ने जयसिंह अग्रवाल को ही चुनाव मैदान में उतारा है.
इस बार चौथी दफा पार्टी संगठन ने उन्हें कोरबा सीट पर 'पंजा' की पकड़ मजबूत करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है. अब तक हुए तीन चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशियों को जयसिंह ने हराकर चुनाव जीता है. इस सीट पर बीजेपी उनके खिलाफ पार्टी के दिग्गजों को उतारती रही है. पहले बनवारी लाल अग्रवाल, जोगेश लांबा फिर सांसद बंशी लाल महतो के पुत्र विकास महतो को टिकट मिला, लेकिन वे कोरबा सीट जीत नहीं सके थे. इस बार बीजेपी ने जयसिंह अग्रवाल के खिलाफ लखन लाल देवांगन को टिकट दिया है. इस सीट पर रोचक मुकाबला की उम्मीद लोग कर रहे हैं.
लखन ने तय किया वार्ड पार्षद से विधायक तक का सफर
बीजेपी प्रत्याशी लखन लाल देवांगन ने पहली बार नगर पालिक निगम में वार्ड पार्षद का चुनाव जीता, फिर 2005 में कोरबा नगर निगम के मेयर का चुनाव जीतकर अपने सियासी सफर को रफ्तार दी. शहर सरकार में उनके किए कार्यों को देखते हुए वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कद्दावर आदिवासी नेता और मौजूदा कटघोरा बोधराम कंवर के सामने उन्हें टिकट दिया था. इस चुनाव में बोधराम कंवर को हराकर कटघोरा निर्वाचन क्षेत्र से छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य बने.
इससे पहले बोधराम कंवर छह बार के विधायक रह चुके थे. 2013 में जिले की एक मात्र सीट लखन लाल देवांगन ने ही जीती थी. इस चुनाव में लखन गेम चेंजर के रूप में उभरे. उन्हें रमन शासन काल में संसदीय सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई. देवांगन को वर्ष 2018 के चुनाव में कटघोरा से पुनः रिपिट किया गया. इस बार बोधराम कंवर के पुत्र पुरूषोत्तम कंवर के सामने उन्हें हार का सामना करना पड़ा. 2023 के विधानसभा चुनाव में तीसरी बार पार्टी आलाकमान ने उनके नाम पर मुहर लगाई है, लेकिन इस बार कटघोरा की बजाय हाई प्रोफाइल कोरबा सीट को जीतने की चुनौती दी गई है.
जय ने पहले चुनाव में दो बार के विधायक को हराया
कोरबा विधानसभा के पहले चुनाव में जयसिंह अग्रवाल ने दो बार के विधायक रहे बनवारी लाल अग्रवाल को 578 वोट से हराया. साल 2013 के चुनाव में जयसिंह अग्रवाल दोबारा कांग्रेस की टिकट पर चुनावी मैदान में थे और उनके सामने थे जोगेश लांबा. इस चुनाव में बीजेपी को 14449 वोट से हार का सामना करना पड़ा था. साल 2018 में हुए चुनाव में एक बार फिर से अजेय रथ में सवार होकर चुनाव रण में उतरे. बीजेपी ने जयसिंह के अजेय रथ को रोकने पूर्व सांसद डा.
बंशीलाल महतो के पुत्र विकास महतो को मैदान में उतारा, पर वे भी जयसिंह के विजयी रथ को रोक नहीं पाए और 11806 वोट के अंतर से जीत की हैट्रिक लगाई. साल 2018 में बंपर सीटें जीतकर कांग्रेस ने सरकार बनाई और मंत्री मंडल में जयसिंह को शामिल कर राजस्व मंत्री बनाया गया.
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