Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण का मतदान भी संपन्न हो चुका है. अब कांग्रेस (Congress) पार्टी में दोनों चरणों में हुए चुनाव को लेकर पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज (Deepak Baij) और पूरे 90 विधानसभा प्रत्याशियों के बीच बैठक का दौर चल रहा है. बैठक के दौरान विधायक प्रत्याशी भीतरघात करने वाले कांग्रेसियों की शिकायत लेकर पीसीसी अध्यक्ष के पास पहुंच रहे हैं. साथ ही ऐसे कांग्रेसियों पर कार्रवाई कर उनके पार्टी से निष्कासन की भी मांग हो रही है. बस्तर (Bastar) संभाग की 12 विधानसभा सीटों के साथ ही छत्तीसगढ़ के अन्य 70 सीटों पर भी कांग्रेस प्रत्याशी अपने ही पार्टी के लोगों पर चुनाव में भीतरघात करने का आरोप लगा रहे हैं.
इसी बीच बस्तर संभाग के केशकाल विधानसभा से विधायक और प्रत्याशी संतराम नेताम ने भी कांग्रेस के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमीन मेनन सहित छह लोगों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने छत्तीसगढ़ प्रभारी शैलजा कुमारी और पीसीसी चीफ से मिलकर अमीन मेमन और अन्य छह लोगों की शिकायत करते हुए उनके निष्कासन की मांग की है. संतराम नेताम ने कहा कि अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमीन मेमन ने चुनाव के दौरान पार्टी के खिलाफ काम किया है. उन्होंने कहा कि उनके साथ अन्य छह लोगों ने भी उनका साथ दिया है. कई बार बात करने के बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला.
संतराम नेताम ने क्या कहा
उन्होंने कहा कि इससे कांग्रेस का चुनाव प्रचार प्रभावित होने के साथ-साथ मतदान में भी पार्टी को नुकसान पहुंचा है. इधर इस मामले में अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमीन मेनन ने कहा कि यह पार्टी की अंदर की बात है. अभी तक पार्टी ने मुझसे इस बारे में कुछ भी बात नहीं की है. जैसे ही पार्टी मुझसे इस बारे में बात करेगी, मैं अपना पक्ष रखूंगा. विधायक प्रत्याशी संतराम नेताम ने मेरे साथ अन्य छह लोगों पर जो भी आरोप लगाए हैं, वो सभी बे-बुनियाद हैं. उन्होंने कहा कि वो पार्टी के आलाकमान के सामने जरूर अपना पक्ष रखेंगे.
पार्टी विरोधी कार्य करने वाले कांग्रेसी हो रहे निष्कासित
केशकाल नगर पंचायत अध्यक्ष रोशन जमीन ने बताया कि विधायक संतराम नेताम के चुनाव प्रचार में कुछ दिन पहले नगर पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले कांग्रेसी पार्षद जिन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था, वह लगातार संतराम नेताम के साथ बने हुए थे.बता दें दूसरे चरण का मतदान होने के बाद लगातार सभी जिले के कांग्रेस और पीसीसी अध्यक्ष पार्टी विरोधी कार्य करने वाले कांग्रेसियों पर निष्कासन की कार्रवाई कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस में विधायक प्रत्याशियों की खुलकर नाराजगी सामने आ रही है.
हालांकि इस मामले में पीसीसी अध्यक्ष लगातार प्रत्याशियों की बैठक भी ले रहे हैं. इस बैठक को पूरी तरह से गोपनीय रखा जा रहा है. बताया जा रहा है कि विधानसभा के तत्काल बाद लोकसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में पार्टी विधानसभा चुनाव में हुई गलतियों से सबक लेते हुए लोकसभा चुनाव में सब कुछ ठीक करने में जुटी हुई है.
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