Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों में 7 नवंबर को प्रथम चरण का मतदान होना है और ऐसे में चुनाव प्रचार के लिए केवल 6 दिन ही शेष रहे गए हैं. ऐसे में बीजेपी-कांग्रेस के स्टार प्रचारक लगातार बस्तर संभाग के अलग-अलग विधानसभा में चुनावी प्रचार में पहुंच रहे हैं. कांग्रेस (Congress) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge)भी बुधवार (1 नवंबर) को छत्तीसगढ़ के नक्सल गढ़ कहे जाने वाले कोंटा विधानसभा पहुंचे.


जहां वे कांग्रेस प्रत्याशी और मंत्री कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) के पक्ष में आम सभा को संबोधित कर वोट मांगे. यह पहला मौका है जब किसी राष्ट्रीय दल के अध्यक्ष नक्सल प्रभावित सुकमा (Sukma) जिला पहुंचे हैं. खरगे के प्रभाव को देखते हुए कांग्रेस ने सारी तैयारी पूरी कर ली थी और पूरे सुकमा जिले से ग्रामीणों को इस सभा में जुटाया गया. राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा (Selja Kumari) और बस्तर के कांग्रेस के तमाम बड़े नेता मौजूद हैं.


दो जिलों के प्रवास पर पहुंचे हैं कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष


अपने तय कार्यक्रम के अनुसार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दो जिले के प्रवास पर पहुंचे हुए हैं. सबसे पहले मल्लिकार्जुन खरगे बस्तर (Bastar) संभाग के सबसे हाई प्रोफाइल सीट कोंटा (Konta) विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे हैं, इसके बाद वे महासमुंद (Mahasamund) के लिए रवाना होंगे. कोंटा विधानसभा कांग्रेस का गढ़ कहा जाता है और पिछले पांच बार से लगातार कवासी लखमा ( Kawasi Lakhma) इस सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं.


लेकिन इस चुनाव में बीजेप- कांग्रेस के प्रत्याशी के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है, जिसके चलते खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कवासी लखमा के पक्ष में वोट मांगने सुकमा जिला पहुंचे हुए हैं. सुकमा शहर के मिनी स्टेडियम में राष्ट्रीय अध्यक्ष विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा (Selja Kumari) भी मौजूद है.


कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ दिख रही नाराजगी


दरअसल बस्तर संभाग  के 12 विधानसभा सीटों में चुनाव जीतने के लिए बीजेपी -कांग्रेस के नेता चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं. इस बार 12 विधानसभा सीटों में खासकर नारायणपुर (Narayanpur) और कोंटा विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ जनता की नाराजगी देखने को मिल रही है. खासकर कोंटा विधानसभा में ग्रामीण अंचलों में प्रचार प्रसार में जा रहे कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश कवासी को नाराज ग्रामीणों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दौरे से कितना फर्क पड़ने वाला है यह 3 दिसंबर को साफ हो पाएगा. फिलहाल पूरे 12 विधानसभा सीटों में बीजेपी और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों का चुनाव प्रचार जारी है.


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