Kanker News: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों में 7 नवंबर को प्रथम चरण का मतदान होना है और इससे पहले नक्सली लगातार अपनी सक्रियता दिखाते हुए अंदरूनी इलाकों में एक के बाद एक वारदात को अंजाम दे रहे हैं. कोंटा विधानसभा के चिंतलनार के पोलिंग बूथ में चुनाव बहिष्कार के पर्चा लगाने के बाद नक्सलियों ने कांकेर जिले के पखांजूर इलाके में तीन ग्रामीणों की पुलिस मुखबिरी के शक में हत्या कर दी है. तीनों ही ग्रामीण पखांजूर के छोटेबेटिया गांव के रहने वाले हैं. बताया जा रहा है कि देर रात नक्सलियों ने तीनों ग्रामीणों को अगवा किया और उसके बाद उनकी हत्या कर दी. नक्सलियों ने कांकेर-नारायणपुर जिला के सीमा क्षेत्र गढ़चिरोली ट्रांईजक्शन के पास इस घटना को अंजाम दिया और  ग्रामीणों की हत्या कर शवो के पास पर्चे भी फेके.


पुलिस मुखबिरी के शक में की ग्रामीणों की हत्या


कांकेर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 7 नवंबर को मतदान से पहले नक्सली दहशत फैलाने के लिए कांकेर जिले के पखांजूर के छोटेबेटिया गांव में रहने वाले 3 ग्रामीणों को अगवा कर उनकी हत्या कर दी. देर रात कांकेर-नारायणपुर सीमा क्षेत्र और गढ़चिरोली एमएच जिले के ट्रांईजक्शन के पास नक्सलियो ने इस वारदात को अंजाम दिया. जिन ग्रामीणों की हत्या हुई है वह सभी छोटेबेटिया के मोरखंडी गांव के निवासी हैं. मोरखण्डी गांव कांकेर शहर से लगभग 13 किलोमीटर दूर स्थित है. इधर मृतकों में 35 साल के कुल्ले कतलामी, 22 साल का मनोज कोवाची, 27 साल के डुग्गे कवाची शामिल है. इधर घटना के बाद नक्सलियों ने शव को रास्ते में ही फेंक दिया था. इसके बाद आसपास के ग्रामीणों ने तीनों ग्रामीणों के शव को लेकर छोटेबेटिया थाना पहुंचे हुए हैं. कांकेर एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. प्रथम दृष्टिया बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र की स्पेशल फोर्स c-60 कमांडो के लिए मुखबिरी  करने के शक में नक्सलियों ने ग्रामीणों की हत्या की है.


बीजापुर में भी एक ग्रामीण को उतारा मौत के घाट


इधर बीजापुर जिले में भी गलगम गांव में नक्सलियों ने मुचाकी लिंगा नाम के एक ग्रामीण की  रस्सी से गला घोटकर हत्या कर दी है. हत्या के बाद शव को नड़पल्ली और गलगम गांव के बीच रोड किनारे फेंक दिया है. नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर ग्रामीण की हत्या की है. इधर दो जिलों में हुईं ग्रामीणों की हत्या के वारदात के बाद बस्तर पुलिस के अधिकारी इलाके में सर्चिंग बढ़ा देने की बात कह रहे हैं. वहीं वारदात के बाद से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है.


ये भी पढ़ें: Chhattisgarh Election 2023: ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’, सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया चुनाव का बहिष्कार