Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ में दो चरणों में सात और 17 नवंबर वोटिंग हुई. अब रिजल्ट के लिए तीन दिसंबर का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. निर्वाचन आयोग ने इसके लिए 33 जिला मुख्यालयों में 90 सीटों की काउंटिंग के लिए पूरी तैयारी पूरी कर ली है. निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने कड़ी सुरक्षा के बीच काउंटिंग कराने का दावा किया है. वोटों की गिनती के दौरान बिना प्राधिकार पत्र के किसी भी व्यक्ति को मतगणना कक्ष में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.
दरअसल, काउंटिंग को लेकर निर्वाचन आयोग ने पूरी तैयारी करने के बाद बताया कि सभी मतगणना केंद्रों में प्रेक्षकों की निगरानी में होने वाली वोटिंग के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 14 टेबल लगाए गए हैं. वोटों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू होगी, जिसमें सबसे पहले सर्विस वोटरों के मतों की गिनती होगी. सबसे पहले ईटीपीबीएस (इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलैट सिस्टम) से प्राप्त वोटों के क्यूआर कोड की स्कैनिंग की जाएगी. उसके बाद डाक मतपत्रों की गिनती शुरू होगी. साढ़े आठ बजे के बाद सभी टेबलों पर एक साथ मतगणना शुरू होगी.
इन दो सीटों पर सबसे पहले आएंगे रिजल्ट
प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों में से कवर्धा में सबसे अधिक 30 राउंड में काउंटिंग होगी. इसके बाद कसडोल में 29 राउंड होंगे. वहीं सबसे कम मनेन्द्रगढ़ और भिलाई नगर में 12 चक्रों में वोटिंग होगी. यानी तीन दिसंबर को विधानसभा वार हार जीत का फैसला दोपहर के बाद क्लियर होने लगेगा, लेकिन 90 सीटों में सबसे पहले मनेन्द्रगढ़ और भिलाई नगर में काउंटिंग पूरी होगी. हार जीत का फैसला सबसे पहले इन्हीं दो सीटों पर होगा. इसके अलावा अंतिम में कवर्धा सीट पर हार जीत का फैसला होगा.
कवर्धा में 30 राउंड में होगी वोटों की गिनती
कवर्धा में वोटों के गिनती के लिए 30 राउंड लगेंगे जो बाकी सीटों की तुलना में डबल है. यानी तीन दिसंबर को विधानसभा वार हार जीत का फैसला दोपहर के बाद क्लियर होने लगेगा. लेकिन 90 सीटों में सबसे पहले मनेन्द्रगढ़ और भिलाई नगर में काउंटिंग पूरी होगी और हार जीत का फैसला सबसे पहले इन्हीं दो सीटों पर होगी.इसके अलावा अंतिम में कवर्धा सीट पर हार जीत का फैसला होगा. क्योंकि कवर्धा में वोटों के गिनती के लिए 30 राउंड लगेंगे जो बाकी सीटों की तुलना में डबल है.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि वोटिंग की पूरी कार्रवाई मतगणना प्रेक्षक और सामान्य प्रेक्षक की उपस्थिति और निगरानी में होगी. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि इस दौरान प्रत्येक राउंड की समाप्ति पर उम्मीदवार या उनके एंजेट की उपस्थिति और प्रेक्षक की निगरानी में रैंडम आधार पर किसी दो कंट्रोल यूनिट की जांच की जाएगी. इसके अलावा सभी राउंड की गणना पूरे होने पर पांच वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपेट) का ड्रॉ के माध्यम से चयन कर वोटों का सत्यापन किया जाएगा.
EVM स्ट्रांग रूम में थ्री लेयर सुरक्षा घेरे में
मतगणना के दौरान उम्मीदवार किसी भी टेबल पर जाकर काउंटिंग को देख सकेंगे, जबकि उनके एजेंट निर्धारित टेबल पर ही मतगणना का निरीक्षण करेंगे. वहीं वोटिंग के बाद से ईवीएम को सभी जिला मुख्यालयों में स्ट्रांग रूम में थ्री लेयर सुरक्षा घेरे में रखा गया है. पूरी मतगणना प्रक्रिया की रिकार्डिंग भी रखी जाएगी. इस दौरान प्रेक्षक और रिटर्निंग ऑफिसर को छोड़कर मतगणना कक्ष में किसी को भी मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी.
इसके अलावा कोई भी अन्य व्यक्ति अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण यानी आईपेड, रिकार्डर, वीडियो कैमरा जैसे अन्य उपकरण नहीं ले जा सकेंगे. 181 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला सात और 17 नवम्बर को ईवीएम में बंद हुआ.