Chhattisgarh Election 2023: विधानसभा चुनाव में किसका खेल बिगाड़ेगी JCJ? 20 जुलाई को बड़ा आंदोलन करेगी पार्टी
छत्तीसगढ़ में पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी ने कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए 20 जूलाई को विधानसभा घेराव करेगी. जोगी कांग्रेस की सक्रियता से किसका खेल बिगड़ेगा?
Chhattisgarh Politics: छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव(Chhattisgarh election) होने वाले है. चुनाव के लिए महज कुछ महीने ही बचे है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियों की सक्रियता बढ़ गई है. लेकिन राज्य के एक मात्र क्षेत्रीय पार्टी और राज्य के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी(Ajit Jogi) की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे)(JCCJ) चुनावी तैयारियां क्या है? और इस बार के विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav)में जोगी कांग्रेस किसका खेल बिगाड़ सकती है. आज यही समझने की कोशिश करते है.
20 जुलाई को जोगी कांग्रेस का चुनावी आगाज
दरअसल आम आदमी पार्टी चुनाव के नाम पर केवल सदस्यता अभियान चला रही है. लेकिन छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान अब जोगी कांग्रेस ने एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है. जोगी कांग्रेस 20 जुलाई को जोगी कांग्रेस चुनाव का आगाज करने जा रही है.पहली बार साढ़े चार साल में पहली बार जोगी कांग्रेस प्रदेश स्तर पर कांग्रेस सरकार को घेरने की तैयारी में है.जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने विधानसभा घेराव का एलान किया है. पार्टी की तरफ से प्रदीप साहू ने बताया गया है कि रायपुर के पुराना बस स्टैंड में जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रदेशभर से जुटेंगे. दावा किया जा रहा है कि 15 से 20 हजार की संख्या में जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता इस आंदोलन में शामिल होंगे. इसके बाद विधानसभा कूच करेंगे.
अमित जोगी ने कहा कि मिलकर छत्तीसगढ़ जगाएँ, तानाशाह भगाएँ
अमित जोगी ने ट्वीट कर कहा है कि सदियों की ठंढी-बुझी राख सुगबुगा उठी, मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है. दो राह,समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो, सिंहासन खाली करो कि जनता आती है.आने वाले 20 जुलाई को सुबह 11 विधानसभा घेराव करेगी. अमित ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता से वादाखिलाफी करने वाली भ्रष्ट राज्य सरकार के विरोध में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने विधानसभा घेराव की रणनीति बनाई है. इसके अलावा अमित जोगी ने कहा कि आइए मिलकर छत्तीसगढ़ जगाएँ, तानाशाह भगाएँ, छत्तीसगढ़ बचाएँ, अपना भविष्य बनाएँ.
अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे है अमित जोगी
राजनीति जानकार और वरिष्ठ पत्रकार नागेंद्र वर्मा का मानना है कि इस साल के विधानसभा चुनाव में अमित जोगी अभी प्रयास अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का है. अपना अस्तित्व बचाने और मौजूदा सीट को ही बचाने की कोशिश करेंगे, नए जगह खाता खोलना मुश्किल है. कांग्रेस सरकार में पार्टी पूरी तरह से टूट कर बिखर गई है और धर्मजीय सिंह के जाने से नुकसान हुआ है, पार्टी को काफी फर्क बड़ा है इसके साथ रेणु जोगी के बीमार पड़ने से पार्टी अलग थलग पड़ गई है. अजीत जोगी थे तो विधानसभा में भूपेश बघेल सरकार को कटघरे में खड़े कर देते थे.अब उनके निधन के बाद पार्टी के प्रोग्राम में पहले की तरह माहौल नहीं दिख रहा है. पारिवारिक तकलीफ के कारण पार्टी और कमजोर नजर आ रही है.
जोगी कांग्रेस की राजनीतिक समीकरण
गौरतलब है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में जोगी कांग्रेस और बसपा के गठबंधन ने 90 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ा था. लेकिन केवल 7 विधानसभा सीट पर ही चुनाव जीते. इसमें से 5 सीट जोगी कांग्रेस के खाते में गया और 2 सीट बहुजन समाज पार्टी के खाते में गया. लेकिन 2023 तक जोगी कांग्रेस पार्टी में बड़ा बदलाव हो चुका है. पार्टी में केवल अब 2 विधायक ही बचे है. कोटा विधायक रेणु जोगी और बलौदाबाजार विधायक प्रमोद शर्मा. पार्टी के सीनियर नेता रह चुके लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है. वहीं अजीत जोगी क निधन के बाद अब पार्टी को बागडोर उनकी पत्नी रेणु जोगी और बेटे अमित जोगी के हाथ में है. लेकिन रेणु जोगी लगातार बीमार रहने के चलते राजनीति में सक्रियता कम हो गई है.