Chhattisgarh Elections 2023: छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Assembly Election 2023) में नया फॉर्मूला अपनाया है. बीजेपी अपने पुराने नेताओं की जगह नए चेहरों को प्रत्याशी बना रही है. बीजेपी ने प्रदेश की 21 सीटों के लिए गुरुवार को उम्मीदवारों की घोषणा की. इसमें सबसे खास अभनपुर विधानसभा (Abhanpur Assembly Seat) है. अभनपुर में बीजेपी ने 38 साल की परंपरा तोड़ दी है. इस सीट पर कांग्रेस के धनेंद्र साहू (Dhanendra Sahu) और बीजेपी के चंद्रशेखर साहू (Chandrashekhar Sahu) का दबदबा रहा है. बीजेपी ने पूर्व मंत्री और पूर्व लोकसभा सांसद चंद्रशेखर साहू की जगह इस बार दो बार के सरपंच इंद्रकुमार साहू पर भरोसा जताया है. 


दो बार के सरपंच को दिया विधानसभा चुनाव का टिकट


इंद्रकुमार साहू बेंद्री गांव के रहने वाले हैं. अपने 53 साल की उम्र में वो दो बार सरपंच और एक बार जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं. पहली बार विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मिलने पर इंद्र कुमार साहू काफी उत्साहित हैं.वो कांग्रेस के किले को ध्वस्त करने का दावा कर रहे हैं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि तीन बार के विधायक और एक बार लोकसभा सांसद रह चुके चंद्रशेखर साहू का टिकट बीजेपी ने क्यों काट दिया. कहीं इसमें नाराजगी के स्वर तो नहीं हैं? 


कार्यकर्ता ने दी टिकट मिलने की जानकारी
इंद्रकुमार साहू ने एबीपी न्यूज को बताया कि क्षेत्र की जनता से लगातार जुड़ा हुआ हूं.सभी सरपंचों से तालमेल रख कर ग्रामीण विकास पर काम करता हूं. पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने मेरे जैसे साधारण कार्यकर्ता को टिकट दिया है. टिकट मिलने की जानकारी को लेकर उन्होंने कहा कि मैं आज(गुरुवार) को रायपुर गया था. अपने काम से तब मुझे युवा मोर्चा के एक पदाधिकारी ने फोन करके बताया तो मुझे विश्वास नहीं हो रहा था.हम चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. हम लोग बहुत प्रताड़ित थे, अब जीतेंगे.इंद्रकुमार ने चंद्रशेखर साहू के टिकट कटने को लेकर कहा कि वो हमारे वरिष्ठ नेता हैं. उन्हीं के नेतृत्व में हमने राजनीति सीखी है.वो हमारे पिता तुल्य हैं, कोई नाराजगी नहीं है.जल्दी टिकट के घोषणा होने से हमें सभी गांवों में जाने का अवसर मिलेगा.हमारे कार्यकर्ता यहां बहुत मजबूत हैं. सब एक विधायक के समान तैयारी में जुट रहे हैं. 


अभनपुर विधानसभा सीट का इतिहास


आपको बता दें कि 1985 से अबतक यानी पिछले 38 साल से अभनपुर क्षेत्र से धनेंद्र साहू और चंद्रशेखर साहू के ईद-गिर्द ही चुनावी खेला होता रहा है. इसमें बीजेपी के चंद्रशेखर साहू पहली बार 1985 में विधायक बने. इसके बाद वो 1990 और 2008 में विधायक बने. रमन सिंह की सरकार में चंद्रशेखर साहू को कृषि मंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी.वो 1998 में लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं. कांग्रेस के धनेंद्र साहू 1993,1998,2003,2013 और 2018 में विधायक चुने गए थे. साल 2008 में चुनाव हारने के बाद वो छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं.


कैसा था पिछले विधानसभा चुनाव का परिणाम 


अभनपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 1 लाख 94 हजार 246 हैं. पिछले चुनाव में एक लाख 63 हजार 55 वोट (83.94 प्रतिशत) पड़े थे.  कांग्रेस के धनेंद्र साहू को 76 हजार 761 वोट प्रतिशत वोट लाकर विजयी हुए थे. बीजेपी के चंद्रशेखर साहू को 53 हजार 290 वोट से ही संतोष करना पड़ा था. इस विधानसभा सीट पर ओबीसी और एससी वोट बैंक का दबदबा है. 


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