Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसकी तैयारी में बीजेपी जोर-शोर से जुट गई है. चुनावी रणनीति के लिए बैठकों का दौर लगातार जारी है. शनिवार को बीजेपी के कई समितियों की बैठक हुई है, जिसमें सबसे प्रमुख बैठक घोषणा पत्र समिति की हुई है. इसमें बीजेपी के सभी बड़े नेता मौजूद रहे. बीजेपी के लिए घोषणा पत्र इस लिए अहम हो जाता है क्योंकि 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress)के घोषणा पत्र की जमकर चर्चा हुई थी. माना ये भी जाता है की कांग्रेस के विधानसभा चुनाव जीतने में इसी घोषणा पत्र की बड़ी भूमिका रही थी. इसलिए बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
चुनाव जीतने के लिए बीजेपी की घोषणा पत्र कैसी होगी?
दरअसल बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में घोषणा पत्र के संयोजक सांसद विजय बघेल, प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और डॉ रमन सिंह सहित बड़े पदाधिकारी बैठक में शामिल हुए. इस दौरान घोषणा पत्र कैसे बनाया जाएगा, इसपर रणनीति बनाई गई है. बीजेपी दावा कर रही है कि बीजेपी सत्य पर आधारित घोषणा पत्र बनाएगी और बीजेपी जो वादा करती है वो उसे पूरा भी करती है. लेकिन बीजेपी के घोषणा पत्र में आखिर क्या क्या शामिल किया जाएगा और बीजेपी की घोषणा पत्र कैसे बनाई जाएगी.
90 विधानसभा से बीजेपी आम नागरिकों से सुझाव लेगी
बीजेपी घोषणा पत्र समिति की बैठक में निर्णय लिया गया है कि सभी 90 विधानसभा में बीजेपी की घोषणा पत्र समिति जाएगी. यानी सभी विधानसभा क्षेत्रों की मांगों को घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा. इसके लिए बीजेपी विधानसभा क्षेत्रों के लोगों से सुझाव लेगी. इसके अलावा आम नागरिक अपने सुझाव बीजेपी के सुझाव पेटी में डाल कर सुझाव दे सकता है.
बता दें कि इस काम के लिए प्रदेशभर के अलग अलग जिलों में घोषणा पत्र समिति के सदस्यों की नियुक्ति की गई है. वहीं समिति के संयोजक सांसद विजय बघेल ने समिति की बैठक में कहा कि राज्य की जनता कांग्रेस के झूठ से तंग आ चुकी है. बीजेपी सत्य आधारित विकास मूलक घोषणा पत्र तैयार करेगी. बीजेपी की ओर जनता आशा भरी नजरों से देख रही है. हम लोग समिति बनाकर सभी विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे. उस के माध्यम से हम लोगों के सुझाव लेंगे. लोगों की अपेक्षाओं को देखेंगे.
किन वर्गो को घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा?
घोषणा पत्र समिति के संयोजक विजय बघेल ने कहा कि हर वर्ग के लोग, हर प्रकार के लोग, उनके जीवन स्तर और उनकी जरूरतें, सभी पर हमारा ध्यान केंद्रित है. साथ ही साथ चाहे वह किसान हों, मजदूर हों, युवा हों, महिलाएं हों, बुजुर्ग हो, दिव्यांग हों, पत्रकार हों, खिलाड़ी हो, विद्यार्थी हों, कर्मचारी या अधिकारी हों, बेरोजगार हों, लघुउद्यमी हों, बिल्डर हों, उद्योगपति हों, अधिवक्ता संघ, सामाजिक संगठन, आर्थिक विशेषज्ञ, बुद्धिजीवी,लोक कलाकार, छत्तीसगढ़ फिल्म जगत प्रत्येक वर्ग हम से क्या अपेक्षा करता है, इन बातों का समावेश घोषणा पत्र में करेंगे.
संविदा कर्मचारी की मांग को घोषणापत्र में मिलेगी जगह
इसके अलावा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने भी इस घोषणा पत्र की मिल अवधारणा पर कहा है कि संविदा कर्मचारियों की मांग घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा. हमारी घोषणा पत्र समिति संविदा कर्मचारियों के साथ बैठक करेगी. उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा और घोषणापत्र में उनकी मांग को शामिल किया जाएगा. भारतीय जनता पार्टी का एक ट्रैक रिकॉर्ड रहा है कि जो हम कहते हैं वह करते हैं तो निश्चित रूप से हम छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों के हितों का संरक्षण करेंगे.
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